24 May 2025, Sat

विकासनगर में होली के दिन बवाल, रेस्टोरेंट जलाने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार

विकासनगर : विकासनगर क्षेत्र में एक रेस्टोरेंट में आगजनी की चौंकाने वाली घटना ने सभी का ध्यान खींचा है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना होली के दिन, 14 मार्च 2025 को उस वक्त हुई, जब मेहूवाला स्थित आनंद वाटिका रेस्टोरेंट में कुछ लोग होली की मस्ती में डूबे थे।

लेकिन मस्ती के बीच विवाद शुरू हुआ, जिसके बाद हालात इतने बिगड़ गए कि तोड़फोड़ और आगजनी तक की नौबत आ गई। रेस्टोरेंट मालिक राहुल ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाया और रेस्टोरेंट को बंद करवा दिया। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई।

करीब 20 मिनट बाद, नाराज अभियुक्त अपने 20-25 साथियों के साथ वापस लौटे और रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ शुरू कर दी। देखते ही देखते उन्होंने आग लगा दी। चूंकि रेस्टोरेंट फूस से बना था और तेज हवाएं चल रही थीं, आग ने पूरे रेस्टोरेंट को अपनी चपेट में ले लिया। पुलिस और फायर सर्विस ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आग की लपटों ने बर्तन, गैस सिलेंडर और एक पुरानी मोटरसाइकिल को नष्ट कर दिया। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।

रेस्टोरेंट मालिक की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। अभियुक्त सागर और हिमांशु शर्मा के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया, साथ ही अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी जांच शुरू हुई। विकासनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम बनाई।

टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, गवाहों से बात की और सबूतों के आधार पर तीन मुख्य अभियुक्तों—सागर (25), दिनेश सिंह बिष्ट (22), और अंकुश कटारिया (23)—को 16-17 मार्च की देर रात ढालीपुर के पास गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, दो अन्य संदिग्ध आयुष उर्फ गोलू और राहुल उर्फ हन्नी की तलाश जारी है।

पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे होली मनाने के लिए रेस्टोरेंट गए थे। वहां पहले से मौजूद लोगों के साथ उनकी नोकझोंक हुई। जब रेस्टोरेंट मालिक ने पुलिस को बुलाया और उन्हें बाहर निकाला गया, तो गुस्से में उन्होंने बदला लेने की ठानी। अपने साथियों के साथ मिलकर उन्होंने रेस्टोरेंट में आग लगा दी। फूस की संरचना होने के कारण आग तेजी से फैली और सब कुछ जलकर खाक हो गया। घटना के बाद से वे पुलिस से बचने के लिए लगातार छिपते रहे, लेकिन आखिरकार कानून के शिकंजे में आ गए।

पुलिस का कहना है कि इस मामले में अन्य संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। विकासनगर पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से इलाके में लोग राहत महसूस कर रहे हैं। यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था की चुनौती को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि गुस्से में लिए गए फैसले कितने बड़े नुकसान का कारण बन सकते हैं।

By admin

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