देहरादून : उत्तराखंड के हनोल क्षेत्र में धार्मिक और पर्यटन विकास को नई दिशा देने के लिए माननीय मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में जिलाधिकारी सविन बंसल ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। बीते गुरुवार को डीएम ने हनोल में रात्रि प्रवास किया और महासू महाराज मंदिर परिसर के मास्टर प्लान को लेकर स्थानीय लोगों से उनकी राय जानी।
इस दौरान हकहकूकधारियों, पुजारियों, ग्रामीणों और मंदिर समिति के पदाधिकारियों के साथ करीब तीन घंटे तक गहन चर्चा हुई। हनोल को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए तैयार किए जा रहे इस प्लान में हर व्यक्ति के सुझावों को शामिल करने की बात कही गई, ताकि यह योजना सभी के लिए उपयोगी और समावेशी हो सके। डीएम ने आश्वासन दिया कि सभी व्यवहारिक सुझावों को माननीय मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा।
हनोल मास्टर प्लान के तहत पार्किंग स्थल, धर्मशाला का विस्तार, और मंदिर परिसर को दिव्य व भव्य बनाने की योजना पर विस्तार से चर्चा हुई। इस प्लान में स्थानीय लोगों के रोजगार के अवसरों को प्राथमिकता दी जाएगी। मंदिर परिसर में दुकान आवंटन में प्रभावित परिवारों और हकहकूकधारियों को पहली वरीयता मिलेगी।
इसके अलावा, हनोल को जोड़ने वाली सड़कों का चौड़ीकरण होगा और टोंस नदी के घाट तक एक नई एप्रोच रोड बनाई जाएगी। डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री के “वोकल फॉर लोकल” विजन को साकार करने के लिए स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के मौके दिए जाएंगे। बैठक में आए सुझावों को ध्यानपूर्वक नोट किया गया, जिसके लिए ग्रामीणों ने डीएम का आभार जताया।
हनोल को एक आकर्षक पर्यटन स्थल बनाने के लिए मास्टर प्लान में भविष्य की जरूरतों और बढ़ती पर्यटक संख्या को ध्यान में रखा जाएगा। आईएनआई डिजाइन कंपनी इस प्रोजेक्ट को तैयार कर रही है, जिसके तहत मंदिर परिसर में आधुनिक सुविधाएं जैसे अराइवल प्लाजा, पुरोहित आवास, क्यू मैनेजमेंट, और पब्लिक यूटिलिटी कॉम्पलेक्स शामिल होंगे।
हनोल क्षेत्र को होम स्टे योजना से जोड़ा जाएगा और केदार कांठा जैसे ट्रैकिंग मार्गों को प्राकृतिक रूप से विकसित किया जाएगा। इससे न सिर्फ तीर्थाटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटन से स्थानीय लोगों की आय भी बढ़ेगी। डीएम ने लोगों से होम स्टे पंजीकरण कराने की अपील भी की।
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि मास्टर प्लान से प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाएगा और अधिग्रहित भूमि का नियमानुसार मूल्यांकन होगा। आईएनआई डिजाइन कंपनी के कंसलटेंट को निर्देश दिए गए कि वे हनोल टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्लान को जल्द से जल्द पूरा करें, जिसमें स्थानीय सुझावों के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुविधा का भी ध्यान रखा जाए।
इस प्रेजेंटेशन में मंदिर सौंदर्यीकरण, आस्था पथ, और रेन शेल्टर जैसे कार्यों की जानकारी दी गई। हनोल का यह नया रूप न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ाएगा, बल्कि इसे एक अलौकिक पर्यटन स्थल के रूप में भी स्थापित करेगा।