यूपी में तत्काल अपग्रेड होंगे ओवरलोड ट्रांसफार्मर
यूपी में तत्काल अपग्रेड होंगे ओवरलोड ट्रांसफार्मर
लखनऊ | भीषण गर्मी के चलते आमजन को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए योगी सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है। सरकार की ओर से सभी डिस्कॉम को ट्रांसफार्मर पर विशेष ध्यान देने के आदेश दिए गए हैं। ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त न हों इसके लिये और सावधानियां बरतने तथा आवश्यक कदम उठाने के साथ ही, यदि कहीं ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो तो वहां उसे तत्काल अपग्रेड करने के निर्देश दिए गए हैं।
यूपी पावर कारपोरेशन अध्यक्ष एम देवराज ने वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग में सभी डिस्कॉम के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि ट्रांसफार्मर के उचित रखरखाव एवं मेंटीनेंस संबंधी निर्देश लगातार जारी किए जा रहे हैं। गर्मी शुरू होने से पहले ही वितरण में लगे निगम अधिकारियों को सचेत किया गया था, इसके बावजूद ट्रांसफार्मर जलने एवं क्षति होने की खबरें सामने आ रही हैं।
इसलिए ट्रांसफार्मर छतिग्रस्त न हों इसके लिए सभी सावधानियां बरती जाएं। उन्होंने कहा है कि ट्रांसफार्मर में आग लगने का एक बड़ा कारण ओवर लोडिंग होता है। अत: जहां ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो वहां तत्काल उन्हें अपग्रेड किया जाए। अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों के परीक्षण में यदि कहीं किसी की व्यक्तिगत लापरवाही पाई गई तो उस व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रीष्म ऋतु मे विद्युत आपूर्ति में सबसे बड़ा व्यवधान ट्रांसफार्मर की क्षतिग्रस्तता के कारण होता है। प्रदेश में 90 ट्रांसफार्मर कार्यशालाएं इनकी मरम्मत का कार्य कर रही हैं। अध्यक्ष द्वारा प्रदेश में ट्रांसफार्मर की क्षतिग्रस्तता की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। सबसे अधिक क्षतिग्रस्तता वाले जनपदों पर विशेष कार्य किया जा रहा है, जिसका प्रदेश भर मे व्यापक प्रभाव भी दिखाई दे रहा है। पिछले वर्ष अप्रैल 2022 की तुलना में इस वर्ष ट्रांसफार्मर की क्षतिग्रस्तता में 15.14 प्रतिशत की कमी आई है।
यूपी पावर कारपोरेशन अध्यक्ष एम देवराज ने वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग में सभी डिस्कॉम के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि ट्रांसफार्मर के उचित रखरखाव एवं मेंटीनेंस संबंधी निर्देश लगातार जारी किए जा रहे हैं। गर्मी शुरू होने से पहले ही वितरण में लगे निगम अधिकारियों को सचेत किया गया था, इसके बावजूद ट्रांसफार्मर जलने एवं क्षति होने की खबरें सामने आ रही हैं।
इसलिए ट्रांसफार्मर छतिग्रस्त न हों इसके लिए सभी सावधानियां बरती जाएं। उन्होंने कहा है कि ट्रांसफार्मर में आग लगने का एक बड़ा कारण ओवर लोडिंग होता है। अत: जहां ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो वहां तत्काल उन्हें अपग्रेड किया जाए। अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों के परीक्षण में यदि कहीं किसी की व्यक्तिगत लापरवाही पाई गई तो उस व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रीष्म ऋतु मे विद्युत आपूर्ति में सबसे बड़ा व्यवधान ट्रांसफार्मर की क्षतिग्रस्तता के कारण होता है। प्रदेश में 90 ट्रांसफार्मर कार्यशालाएं इनकी मरम्मत का कार्य कर रही हैं। अध्यक्ष द्वारा प्रदेश में ट्रांसफार्मर की क्षतिग्रस्तता की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। सबसे अधिक क्षतिग्रस्तता वाले जनपदों पर विशेष कार्य किया जा रहा है, जिसका प्रदेश भर मे व्यापक प्रभाव भी दिखाई दे रहा है। पिछले वर्ष अप्रैल 2022 की तुलना में इस वर्ष ट्रांसफार्मर की क्षतिग्रस्तता में 15.14 प्रतिशत की कमी आई है।