जन चौपाल में आवेदन करने के महज एक सप्ताह के भीतर ही उत्तरी कुमारी को मिला स्थायी जाति प्रमाण पत्र

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जन चौपाल में आवेदन करने के महज एक सप्ताह के भीतर ही उत्तरी कुमारी को मिला स्थायी जाति प्रमाण पत्र

जन चौपाल में आवेदन करने के महज एक सप्ताह के भीतर ही उत्तरी कुमारी को मिला स्थायी जाति प्रमाण पत्र


जन चौपाल में आवेदन करने के महज एक सप्ताह के भीतर ही उत्तरी कुमारी को मिला स्थायी जाति प्रमाण पत्र

बिलासपुर :  जन चौपाल जिले के दूर-दराज इलाकों से आने वाले ग्रामीणों के लिए काफी उपयोगी साबित हो रहा है। ग्रामीणों की छोटी से लेकर बड़ी समस्याओं का त्वरित निराकरण जन चौपाल के माध्यम से हो रहा है। गौरतलब है कि प्रत्येक मंगलवार को जिला कार्यालय में जन चौपाल आयोजित किया जाता है, जहां ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के लोग अपनी समस्याओं एवं मांग से संबंधित आवेदन देते हैं। तखतपुर विकासखण्ड के गनियारी तहसील की ग्राम लमेर निवासी उत्तरी कुमारी ने भी जन चौपाल में विगत 5 जुलाई को जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कलेक्टर  सौरभ कुमार के सामने अर्जी लगाई। कलेक्टर सौरभ कुमार ने  उत्तरी के आवेदन को गंभीरता से लेते हुए जाति प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश एसडीएम तखतपुर एवं जनपद पंचायत सीईओ को दिए। आवेदन करने के बाद प्रशासकीय औपचारिकताओं को पूरा करते हुए महज एक सप्ताह के भीतर ही 11 जुलाई को  उत्तरी कुमारी का अनुसूचित जनजाति का स्थायी जाति प्रमाण पत्र बन गया। जिसे आज कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम तखतपुर  महेश शर्मा एवं तहसीलदार  सिद्धी गवेल ने उनके घर पहुंचकर उन्हें उपलब्ध कराया। जाति प्रमाण पत्र प्राप्त होने से उत्तरी कुमारी काफी खुश है। उन्होंने खुशी-खुशी बताया कि अब उनकी समस्या दूर हो गई है, जिसके लिए वे काफी समय से बहुत परेशान थी।


प्रत्येक मंगलवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जन चौपाल में ग्राम लमेर, तहसील गनियारी निवासी उत्तरी कुमारी ने जाति प्रमाण पत्र के लिए कलेक्टर को आवेदन दिया था। उन्होंने अपने आवेदन में बताया कि वे बोईरहा पारा ग्राम लमेर की मूल निवासी है। उनके पिता का नाम स्वर्गीय  हीरासिंह पोर्ते है। 22 वर्ष पूर्व राजकुमार टंडन से उनकी शादी हुई। वे जाति प्रमाण पत्र बनवाना चाहती थी, लेकिन मायके परिवार वालों ने उन्हें मिशल नहीं दिया। उन्होंनें बताया कि वे पिछले 6 महीने से जाति प्रमाण पत्र के लिए भटक रही थी। इतना समय बीत जाने के बाद भी उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पाया था। कलेक्टर ने उत्तरी के आवेदन को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जाति प्रमाण पत्र बनवाने के निर्देश दिए। उत्तरी का कहना है कि जाति प्रमाण पत्र मिल जाने से  अब उनके रूके हुए काम आसानी से पूरे हो जाएंगे।

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