मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर बीजापुर के बंद हो चुके 158 स्कूलों को दोबारा खोलने की शुरूआत की

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मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर बीजापुर के बंद हो चुके 158 स्कूलों को दोबारा खोलने की शुरूआत की

मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर बीजापुर के बंद हो चुके 158 स्कूलों को दोबारा खोलने की शुरूआत की


मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर बीजापुर के बंद हो चुके 158 स्कूलों को दोबारा खोलने की शुरूआत की

बीजापुर :  मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुभारंभ किया इस अवसर पर स्कूल शिक्षामंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, गृह मंत्री  ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, उच्च शिक्षा मंत्री  उमेश पटेल सहित संसदीय सचिव एवं विधायक शामिल हुऐ बीजापुर जिले से इस वर्चुअल कार्यक्रम में वाणिज्य, उद्योग एवं वाणिज्यकर मंत्री छत्तीसगढ़ शासन  कवासी लखमा, विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी उपस्थित थे।


                 राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर बीजापुर जिले के कुल 158 स्कूलों को दोबारा शुरू किया गया। यह स्कूल विगत 15-17 वर्षों से नक्सली दहशत एवं अन्य कारणों से बंद पड़ा था। जिससे वहाँ के स्थानीय बच्चों को शिक्षा लेने दूर नदी नाला पार करके जाना पड़ता था। कई बच्चे शिक्षा से भी वंचित हो गये, बीजापुर जिले में नक्सली दहशत से बंद हुऐ 158 स्कूल को आज मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने पुनः खोला और पालकों, छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी और कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में विगत दो वर्षों से स्कूलें नियमित नही खुल पायी जिससे छात्रों के अध्यापक प्रभावित हुई, इस समय पढ़ई तुहंर दुआर के रूप में शिक्षा से जोड़े रखने प्लेटफार्म तैयार किया गया। वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विगत 15-17 वर्षों से नक्सली दहशत या अन्य कारणों से जो स्कूल बंद पड़े थे, उसे खोला जा रहा है। जिस पर छात्रों एवं पालकों में उत्साह एवं खुशी का माहौल दिख रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजापुर जिले के दूरस्थ गांव कडे़नार के एक पालक रमेश ताती से बात की रमेश ताती ने बताया विगत 15 वर्षों से अधिक समय तक स्कूले बंद होने से बच्चे शिक्षा से वंचित हो गए किन्तु अब दोबारा स्कूल खुलने से गांव में खुशी का माहौल है गांव के लोग पालक एवं बच्चे सभी खुश हैं। अब स्कूल भी हो गया और शिक्षक भी हैं। पदेड़ा निवासी कक्षा तीसरी का छात्र राजेश मोड़ियामी ने मुख्यमंत्री का बताया पहले पढ़ने के लिए चेरपाल जाते थे, नदी-नाला पार करना पड़ता था। बहुत कठिनाई होती थी, स्कूल दूर था अब गांव में ही स्कूल खुल गया है और शिक्षक भी हैं। मुख्यमंत्री ने राजेश को बधाई देते हुए खूब पढ़ने, खूब खेलने और आगे बढ़ने तरक्की करने का आशीर्वाद दिया बालक राजेश ने बड़ा होकर शिक्षक बनने की इच्छा जाहिर करते हुए स्कूल खोलने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया।


                   इस अवसर पर बीजापुर में जिले के प्रभारी मंत्री  कवासी लखमा एवं विधायक  विक्रम शाह मंडावी ने दूरस्थ आदिवासी अंचल के स्कूल को दोबारा खोलने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया एवं बीजापुर में आयोजित इस कार्यक्रम में मंत्री कवासी लखमा, विधायक  विक्रम शाह मंडावी, कलेक्टर  राजेन्द्र कुमार कटारा सहित जनप्रतिनिधियों ने नव प्रवेशी बच्चों को शाला प्रवेशोत्सव के उपलक्ष्य में तिलक, चंदन, फूलमाला एवं मिठाई खिलाकर स्वागत किया एवं शाला गणवेश किताब वितरित किये। कार्यक्रम में मुख्यरूप से जिला पंचायत अध्यक्ष  शंकर कुड़ियम, जिला पंचायत एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्य  नीना रावतिया उददे, उपाध्यक्ष कमलेश कारम, जिला पंचायत सदस्य संतकुमार मंडावी, नगरपालिका अध्यक्ष  बेनहूर रावतिया, उपाध्यक्ष  पुरूषोत्तम सल्लूर सहित जिला एवं जनपद के सदस्य, अध्यक्ष सहित जनप्रतिनिधीगण, डीएफओ अशोक पटेल, सीईओ जिला पंचायत  रवि कुमार साहू, जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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