खाद की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध होगी कड़ी कार्यवाही

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खाद की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध होगी कड़ी कार्यवाही

खाद की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध होगी कड़ी कार्यवाही


खाद की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध होगी कड़ी कार्यवाही

बेमेतरा :  प्रदेश के कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) सुरेन्द्र शर्मा आज शुक्रवार को बेमेतरा प्रवास के दौरान जिला पंचायत कार्यालय बेमेतरा में कृषकों एवं जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होने शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के प्रभावों के आंकलन तथा इन्हे और बेहतर बनाने कृषकों एवं जिला अधिकारियों के साथ चर्चा की। बैठक में अधिकारीगण एवं कृषि/उद्यानिकी/पशुपालन/मछलीपालन से संबंधित एक-एक प्रगतिशील कृषक भी उपस्थित थे। बैठक में उन्होने गौठान प्रबंधन से संबंधित सक्रिय स्व-सहायता समूहों, गौठानों में वर्तमान में आजीविका संवर्धन के प्रमुख क्रियाकलापों, द्वि-फसलीय क्षेत्र बढ़ाने में जिला प्रशासन की कार्य योजना, पोषण बाड़ियों की स्थिति तथा इन्हे आंगनबाड़ियों/विद्यालयों में विस्तारित करने की रणनीति के संबंध में जानकारी ली।


परिषद के अध्यक्ष  शर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि उर्वरक/बीज की कालाबाजारी जिसमें शासकीय दर से अधिक मूल्य पर उर्वरक विक्रय किये जाने वाले दुकानदारों/व्यापारियों पर प्रतिबंध लगाया जाये और मैदानी अमलों को उर्वरक विक्रय प्रतिष्ठानों की सतत् निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होने फसल बीमा कंपनियों को बेनर पोस्टर के माध्यम से योजना का प्रचार-प्रसार और वित्तीय संस्थाओं द्वारा अधिक से अधिक केसीसी खातेदार तैयार कर फसल ऋण प्रदाय करने को कहा। राजीव गांधी किसान न्याय योजनांतर्गत कृषकों को लाभान्वित करने अधिकारियों को कहा कि कृषकों को अधिक से अधिक रकबा में धान के बदले दलहन, तिलहन एवं अन्य फसल लगाये जाने के लिए प्रोत्साहित करें। अध्यक्ष ने पशु चिकित्सा के अधिकारियों को गौठान में पशु उपचार, कृत्रिम गर्भाधान, बधियाकरण, टीकाकरण का कार्य नियमित रुप से करने को कहा। जिसमें विशेष रुप से रोका-छेका शिविर के माध्यम से वर्षा ऋतु के पूर्व गलघोटू एवं एकटंगिया बीमारी से बचाव किया जा सके।


अध्यक्ष  शर्मा ने कहा कि सभी गौठानों में एक एकड़ जमीन सुरक्षित रखकर आर्थिक गतिविधियां संचालित की जायेगी। प्रदेश में 13 हजार महिला स्वसहायता समूह जुड़े हैं। गोबर से पेंट भी बनाया जा रहा है। इस दौरान उन्होने भूपेश बघेल सरकार द्वारा किसानों मजदूरों के हित में किए जा रहे कार्याें की जानकारी ली। अधिकारियों से संबंधित क्षेत्र के विस्तार के लिए और योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए गौठान में चलाये जा रहे क्रियाकलापों की जानकारी ली और कहा कि किसानों के लिए उर्वरक बीज फसलवार पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे। बेमेतरा जिला चना के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है और जिले में पर्याप्त मात्रा में सोयाबीन का उत्पादन जारी है। कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा के सहयोग से दाल मिल, तेल मिल, केला तना से रेशा निकालने की ईकाई एवं गोबर पेंट ईकाई का संचालन किया जा रहा है। इसकी विस्तृत जानकारी ली और कहा कि ग्राम राखी में केले के रेशे से कर्टन पर्दा, सजावटी एवं अन्य सामग्री तैयार किया जा रहा है। यह किसानों के लिए और महिला स्व-सहायता समूह के लिए एक अच्छा रोजगार का अवसर मिल रहा है, इस योजना को  आने वाले समय में पूरे प्रदेश में संचालित किया जायेगा। इस अवसर पर कृषक कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष महेन्द्र चंद्राकर, परिषद के सदस्य पुन्नीलाल पटेल, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि  बंशी लाल पटेल, वरिष्ठ समाज सेवी एवं शिक्षाविद् अविनाश तिवारी, जिला पंचायत सीईओ लीना मण्डावी, संयुक्त संचालक कृषि विभाग दुर्ग आर के राठौर, उप संचालक कृषि एमडी मानकर, उप संचालक पशुधन विकास विभाग डॉ. राजेन्द्र भगत, डिप्टी कलेक्टर हीरा गवर्ना, सहायक संचालक उद्यान हितेन्द्र मेश्राम, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के नोडल अधिकारी आर.के. वारे, जिला विपणन अधिकारी आशुतोष कोसरिया, सहायक संचालक कृषि राकेश शर्मा, एसडीओ कृषि आर के सोलंकी सहित अधिकारी/कर्मचारी एवं कृषकगण उपस्थित थे।

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