विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह के बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें : शम्मी आबिदी

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विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह के बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें : शम्मी आबिदी

विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह के बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें : शम्मी आबिदी


विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह के बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें : शम्मी आबिदी

रायपुर :  आदिम जाति विभाग की आयुक्त शम्मी आबिदी ने एकलव्य विद्यालयों के बेहतर संचालन के संबंध में आज सरगुजा संभाग में संचालित 22 एकलव्य आदर्श विद्यालयों के प्राचायों एवं छात्रावास अधीक्षकों की बैठक लेकर समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एकलव्य विद्यालयों में अध्ययनरत विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह के बच्चों पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है। यह बच्चे बहुत ही विषम परिस्थितयों से आते हैं, जिसके कारण इनमें शिक्षा का स्तर अन्य बच्चों की तुलना में अपेक्षाकृत कम होता है। आबिदी ने कहा कि इनमें शिक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करना एवं इनमें साक्षरता की दर को बढ़ाना प्राचायों एवं छात्रावास अधीक्षकों का मुख्य उददेश्य होना चाहिए। समीक्षा बैठक आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (ज्त्ज्प्) के सभाकक्ष में आयोजित की गई।


समीक्षा बैठक में पीपीटी के माध्यम से विद्यालयवार ली गई जानकारी में सूरजपुर जिले में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की बेहतर व्यवस्था पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। अन्य विद्यालयों के संचालन में आ रही समस्याओं को दूर करने हेतु मार्गदर्शन दिया गया। प्राचार्याे एवं छात्रावास अधीक्षकों से विद्यालय व्यवस्था में सुधार के संबंध में सुझाव भी लिए गए। विद्यालय में सौर ऊर्जा की व्यवस्था कराने, आरओ वाटर प्यूरिफायर की ओर अधिक मशीन लगाने, हैडपंप, बोर, पानी टंकी, तड़ित चालक, इन्वरटर आदि की व्यवस्था कराने का अनुरोध किया। आयुक्त आबिदी द्वारा इस संबंध में शीघ्र आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।


शम्मी आबिदी द्वारा निर्देश दिए गए कि विद्यालयों में सभी बच्चों को कॉपी-किताबें, गणवेश, जूता-मौजा, स्कूल बैग आदि समय पर मिल जाने चाहिए। विद्यालय में अंग्रेजी माध्यम का शिक्षक उपलब्ध ना होने पर शीघ्र आउटसोर्सिंग से अंग्रेजी शिक्षक की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। विद्यालयों में अच्छी लाइबेरी, कम्प्यूटर लैब आदि की भी व्यवस्था करने कहा गया। विद्यालय भवन, कक्षारूम, आवासीय व्यवस्था, किचन एवं शौचालय को साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिए गए। विद्यालय में उपयोग हेतु क्रय की गई प्रत्येक सामग्री का स्टॉक पंजी में संधारण किए जाने पर बल दिया। इसके अलावा अन्य पंजियों का भी संधारण किए जाने कहा गया।


उल्लेखनीय है कि एकलव्य विद्यालयों की बेहतर संचालन के उद्देश्य से संभागवार तीन चरणों में प्राचार्यों और छात्रावास अधीक्षकों की समीक्षा बैठक ;ज्त्ज्प्द्ध में आयोजित की गई है। प्रथम चरण में 30 जून को बस्तर संभाग की बैठक आयोजित की गई। द्वितीय चरण में आज सरगुजा संभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। द्वितीय चरण में 4 जून को रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग की बैठक आयोजित की गई है। 

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