उद्यानिकी फसले ले रहे किसानों को शासन की योजना के तहत फसल सुरक्षा के लिए मिली पूर्वानुमान यंत्र की सौगात

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उद्यानिकी फसले ले रहे किसानों को शासन की योजना के तहत फसल सुरक्षा के लिए मिली पूर्वानुमान यंत्र की सौगात

उद्यानिकी फसले ले रहे किसानों को शासन की योजना के तहत फसल सुरक्षा के लिए मिली पूर्वानुमान यंत्र की सौगात


उद्यानिकी फसले ले रहे किसानों को शासन की योजना के तहत फसल सुरक्षा के लिए मिली पूर्वानुमान यंत्र की सौगात

राजनांदगांव । उद्यानिकी फसले ले रहे किसानों को शासन की योजना के तहत फसल सुरक्षा के लिए पूर्वानुमान यंत्र की सौगात मिली है। पूर्वानुमान यंत्र किसानों के लिए बहुत उपयोगी एवं कारगर साबित हो रही है। इसके द्वारा पहले से ही किसानों को मौसम की जानकारी जैसे हवा, पानी, आंधी, तूफान, कीट बीमारी का प्रकोप फसल के लिए सिंचाई की जानकारी आदि की जानकारी के माध्यम से कृषक के मोबाईल पर ऑटोमेटिक प्राप्त होती है, जिससे कृषक पहले से ही सुरक्षा के उपाय कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष  दलेश्वर साहू की पहल पर 20 किसानों को पूर्वानुमान यंत्र दिया गया है।


डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम बरहापुर के किसान  गुलाब वर्मा ने बताया कि यह पूर्वानुमान यंत्र किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। खेत में 50 हजार रूपए की लागत का पूर्वानुमान यंत्र लगाया गया है। इससे मोबाईल पर ही समय परितर्वन की जानकारी मिल जा रही है। इसके साथ ही यह यंत्र यह भी बताता है कि पौधे को क्या बीमारी हो सकती है। हाल ही में मुझे इस यंत्र के माध्यम से फफंूदीजनक बीमारी से सुरक्षा के लिए अर्लट मिला। जिसकी वजह से मैंने जागरूकता के साथ फसल की सुरक्षा के लिए व्यवस्था की। इस यंत्र के माध्यम से फार्म हाऊस में जल स्तर का भी पता चल जाता है। खाद कितनी मात्रा में देना है, जमीन में नमी कितनी है यह सब जानकारी मिलती है। उन्होंने कहा कि इस यंत्र को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे कि हम किसान हाईटेक हो गए हैं। उद्यानिकी विभाग के माध्यम से यह पूर्वानुमान यंत्र प्राप्त हुआ है इसके लिए उन्होंने शासन को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि खीरा, बैंगन, केला अभी खेत में लगाएं हैं। शासन की किसान हितैषी योजनाओं से बहुत लाभ मिल रहा है। पेण्ड्री के सीडलिंग यूनिट से भी बहुत फायदा मिल रहा है। वहां से उद्यानिकी फसलों के लिए पौधे लेकर आते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को नई वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाते हुए आगे उन्नति करना है।
 

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