देश में सर्वाधिक लघुवनोपज खरीदी करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य: वन मंत्री अकबर

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देश में सर्वाधिक लघुवनोपज खरीदी करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य: वन मंत्री अकबर

देश में सर्वाधिक लघुवनोपज खरीदी करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य: वन मंत्री अकबर


देश में सर्वाधिक लघुवनोपज खरीदी करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य: वन मंत्री अकबर

कवर्धा : प्रदेश के वन, परिवहन, आवास, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तथा कवर्धा विधायक  मोहम्मद अकबर ने आज डीएफओ कार्यालय में जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित कवर्धा के नव निर्वाचित संचालक मण्डल के सदस्यों को पदभार ग्रहण कराया। मंत्री  अकबर ने नव निर्वाचित संचालक मण्डल के सदस्यों को शपथ भी दिलाई। उन्होंने नव निर्वाचित संचालक मण्डल के सदस्यों को बधाई और शुभकामनाएं दी। नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने मंत्री अकबर को पूरी जिम्मेदारी से कार्य करने का भरोसा दिलाया। संचालक मंडल शपथ कार्यक्रम के दौरान वनमंडलाधिकारी  चूड़ामणि सिंह ने जिला यूनियन, कवर्धा अंतर्गत संचालित योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर क्रेड़ा के सदस्य  कन्हैया अग्रवाल, नीलकंठ चंद्रवंशी, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य  महेश चंद्रवंशी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि  होरी साहू, नगर पालिका अध्यक्ष  ऋषि शर्मा, बोड़ला नगर पंचायत अध्यक्ष सावित्रि साहू, पिपरिया नगर पंचायत अध्यक्ष  महेन्द्र कुंभकार, बोड़ला जनपद अध्यक्ष  लीला धनुक वर्मा, कृषक कल्याण सदस्य  भगवान सिंह पटेल, शाकम्भरी बोर्ड के सदस्य  हरि पटेल,  गणेश नाथ योगी, जिला पंचायत सदस्य तुकाराम चंद्रवंशी, रामकुमार पटेल, बोड़ला जनपद पंचायत उपाध्यक्ष  सनत जायसवाल, पार्षद  मोहित महेश्वरी,  अशोक सिंह,  प्रमोद लुनिया,  अगम दास अनंत,  राजेश शुक्ला, राजेश माखीजानी,  राजकुमार तिवारी,  प्रशांत परिहार,  गोरे चंद्रवंशी, लेखा राजपुत सहित गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।


केबिनेट मंत्री  मोहम्मद अकबर ने कहा कि शासन में आने के बाद लागातार तीन सालों में पूरे देश का 74 प्रतिशत लघु वनोपज अकेले छत्तीसगढ़ राज्य खरीदता है। देश में सर्वाधिक लघुवनोपज खरीदी करने वाला छत्तीसगढ़ पहला है। उन्होंने बताया कि यह डाटा भारत सरकार द्वारा जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय मंत्री ने स्वयं मुख्यमंत्री को लघु वनोपज प्रोत्साहन के लिए पुरूस्कार प्रदान किया है। छत्तीसगढ़ में लगभग 13 लाख 50 हजार से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहक है। इसके अलावा लघु वनोपज के संग्रहण के लिए लगभग 4 लाख 50 हजार महिला समूह कार्यरत् है। वनोपज की खरीदी कर इसकी वैल्यु एडिसन किया जाता है और वैल्यु एडिसन से प्राप्त राशि को समूह को दी जाती है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने वायदे के अनुसार तेंदूपत्ता का समर्थन मूल्य ढाई हजार प्रति मानक बोरा  से बढ़ाकर 4 हजार प्रति मानक बोरा किया है।  मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल के नेतृत्व में लगातार 4 हजार प्रति मानक बोरा में तेंदूपत्ता की खरीदी की जा रही है।


वनमंडलाधिकारी चूड़ामणि सिंह ने बताया कि कबीरधाम जिले का वन क्षेत्र 1852 वर्ग किलोमीटर है। जो कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 43 प्रतिशत है। कवर्धा वन मण्डल में 3 उप वन मण्डल, 1 अभ्यारण तथा 9 वन परिक्षेत्र है। वनोपज संग्रहण के लिए 19 प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समितियां  है। लघु वनोपज सहकारी समितियो के मार्गदर्शन देने के लिए संचालक मंडल है। कवर्धा वन मण्डल के संचालक मंडल में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं संघ प्रतिनिधि के अतिरिक्त 7 निर्देशक सदस्य है ।


उन्होंने बताया कि वनों की सुरक्षा के साथ-साथ ग्रामीणों को सतत रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मंत्री अकबर के निर्देश पर न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रजातियों की संख्या इस वर्ष 45 से बढाकर 65 कर दी गई है। कोदो, कुटकी, रागी जैसे कृषि उपजों को भी प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से क्रय करने का निर्णय ऐतिहासिक है। संपूर्ण भारत में कोदो, कुटकी, रागी क्रय करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य है। वनमंडलाधिकारी सिंह ने बताया कि पत्ता, संग्रहण लक्ष्य 40800 के विरूद्ध 41760.270 मानक बोरा संग्रहित किया गया। जिसके फलस्वरूप 16 करोड़ 70 लाख 41 हजार रूपए की राशि 32658 संग्राहको को प्रदाय की गई। इसके अतिरिक्त 19337 संग्राहको को 76 लाख 58 हजार 748 रूपए बोनस राशि भी प्रदाय की गई। ग्रामीणों की आय वृद्धि के लिए 5 वन धन केन्द्र एवं 22 हॉट बाजार स्थापित किए गए है। 32 स्व-सहायता समूहो के 320 सदस्यों द्वारा 3712 संग्राहको से वर्ष 2021-22 में 16 वनोपज क्रय कर लक्ष्य 18200 के विरूद्ध 23703.86 क्विंटल वनोपज संग्रहण कर 7 करोड़ 21 लाख 48 हजार 202 रूपए की राशि संग्राहको के खाते में सीधे हस्तांतरित की गई है।


मंत्री अकबर के निर्देश पर इस वर्ष रेंगाखार में कोदो, कुटकी, रागी लघु धान से कोदई एवं कुटकी चावल तैयार करने की मषीन लगाई गई है। महुआ डोरी से डोरी तेल निकालने की मशीन भी लगाई गयी है। प्रारंभ में कोदो, कुटकी मात्र अनुसूचित (आदिवासी) क्षेत्रो से ही क्रय करने का निर्णय था। मंत्री अकबर ने संपूर्ण जिले में कोदो, कुटकी, रागी उपार्जन कराने का ऐतिहासिक निर्णय कराया। बोड़ला वन धन केन्द्र में स्व-सहायता समूह के द्वारा कोदो, कुटकी से लड्डू तथा च्यवनप्राश जैसे स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद तैयार किये जा रहे है। ग्रामीणो की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए 16 वनोपजो का प्राथमिक प्रसंस्करण कार्य किया गया तथा 169.281 क्विंटल शहद का द्वितीयक प्रसंस्करण किया गया जिसका मूल्य 54,80,000 रूपए है। इसके अतिरिक्त शहीद महेन्द्र कर्मा योजना अंतर्गत 52 ग्रामीणों को 73,70,000 रूपए की बीमा राषि का भुगतान सीधे खाते में हस्तांतरित किया गया है। तेन्दूपत्ता संग्राहको के सदस्यों की मृत्यु उपरांत 62 ग्रामीणो को 7,44,000 रूपए का भुगतान किया गया है। वर्ष 2021-22 में छात्र-छात्रों को भविष्य सुधारने के लिए मेघावी 38 छात्र, छात्राओं को 1,14,000 रूपए, व्यवसायिक कोर्स में अध्ययन करने के लिए 7 छात्र-छात्राओं को 55000 रूपए और गैर व्यवसायिक कोर्स करने के लिए 132000 रूपए की प्रोत्साहन राशि दी गई है।

जिला यूनियन अंर्तगत संचालक मंडल सदस्य एवं जिला यूनियन प्रतिनिधियों ने ली शपथ

वन मंत्री मोहम्मद अकबर की उपस्थिति में वन मंडलाधिकारी ने जिला यूनियन अंर्तगत संचालक मंडल सदस्य एवं जिला यूनियन प्रतिनिधियों को शपथ दिलाई। शपथ लेने वालों में जिला अध्यक्ष  दुखीराम धुर्वे, उपाध्यक्ष  भागवत प्रसाद साहू, छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ प्रतिनिधि के रूप में  टूमन सिंह,  साहेब लाल नेताम, सदस्य  सियाराम पाली, टीककाराम बारले,  फगनुराम धुर्वे,  पंचराम धु्रर्वे, खेदिया बाई,  सुर्दशन साहू, जिला यूनियन प्रतिनिधि  समल सिंह,  फत्ते सिंह,  बांके लाल साहू,  वंताराम साहू,  धरमदास,  प्रेमलाल मरकाम,  बिरेन्द्र कुमार धुर्वे,  बुद्ध सिंह,  पंचम मेरावी शामिल है।

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