बच्चों की भाषाई एवं गणितीय दक्षता विकास हेतु विकासखंड स्तरीय ईजीएल प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ

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बच्चों की भाषाई एवं गणितीय दक्षता विकास हेतु विकासखंड स्तरीय ईजीएल प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ

बच्चों की भाषाई एवं गणितीय दक्षता विकास हेतु विकासखंड स्तरीय ईजीएल प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ


बच्चों की भाषाई एवं गणितीय दक्षता विकास हेतु विकासखंड स्तरीय ईजीएल प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ

रायगढ़ : जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चल रहे अर्ली ग्रेड लिटरेसी का पहला फेज समाप्त होने के बाद दूसरा फेज प्रारंभ हो चुका है। इसी तारतम्य में अर्ली ग्रेड लिट्रेसी (ईजीएल) प्रशिक्षण के विकासखंड स्तरीय चरण का आज शुभारंभ हुआ। विदित हो कि जिले के तीन विकासखंड रायगढ़, खरसिया एवं तमनार में कक्षा पहली एवं दूसरी में अध्ययनरत विद्यार्थियों के भाषायी एवं गणितीय दक्षता उन्नत करने के लिए जिला प्रशासन, यूनिसेफ एवं रूम टू रीड के सहयोग से संचालित यह विकासखंड स्तरीय तीन दिवसीय ईजीएल प्रशिक्षण 19 जुलाई से 21 जुलाई 2022 तक चलेगा। उक्त विकासखंड स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य रूप से मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्राथमिक शाला के शिक्षकों को कक्षा पहली, दूसरी में अध्ययन करने वाले बच्चों के भाषायी दक्षता विकसित करने, भाषा से संबंधित वर्णों को पहचानने, वर्णों को जोड़कर शब्द बनाने एवं शब्द का अर्थ समझने की प्रक्रिया को बड़े ही सरल तरीके से बताया जा रहा है तथा गणितीय दक्षता विकसित करने हेतु अंकों की पहचान कर उनके व्यवहारिक उपयोग करने के सरल तरीकों को आकर्षक रूप से प्रदर्शित किया जा रहा है।


उल्लेखनीय है कि उक्त विकासखंड स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए रायगढ़ विकासखंड में 5 प्रशिक्षण केन्द्र, खरसिया में 4 तथा तमनार विकास खंड में 3 प्रशिक्षण केंद्र बनाए गए हैं। जहां मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्राथमिक शाला के ईजीएल प्रभारी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विदित हो कि विकासखंड स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण के पश्चात जब शिक्षक अपने-अपने विद्यालयों में पहुंचेंगे तो इन तीनों विकास खंडों के लगभग 525 विद्यालयों के कक्षा पहली एवं दूसरी में पढऩे वाले नौनिहालों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। विगत दिनों शासकीय नटवर उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में यूनिसेफ  एवं रूम टू रीड के राज्य प्रशिक्षक एवं तीनों विकासखंड के चयनित मास्टर ट्रेनर्स को इस हेतु पूर्व में प्रशिक्षण दिया गया था जिसमें डीईओ एवं डीएमसी तथा कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी एवं जिले के सभी विकासखंड स्त्रोत समन्वयक एवं सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित हुए थे।

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