पखांजूर में खुलेगा कृषि महाविद्यालय, बांदे को मिला पूर्ण तहसील का दर्जा
पखांजूर में खुलेगा कृषि महाविद्यालय, बांदे को मिला पूर्ण तहसील का दर्जा
रायपुर : भेंट मुलाकात कार्यक्रम के लिए अंतागढ़ विधानसभा के पखांजूर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पखांजूर में कृषि महाविद्यालय आरंभ करने और बांदे को पूर्ण तहसील का दर्जा देने जैसी महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कोयलीबेड़ा में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने और परलकोट जलाशय के जीर्णाेद्धार जैसी घोषणाएं भी की। इसके साथ ही पखांजूर में मुख्य मार्ग में 4 किमी का गौरवपथ बनाने, कंदारी में उपस्वास्थ्य केंद्र और बालक-बालिका आश्रम बनाने, दिव्यांग निताई मंडल की मदद देने तथा राशन कार्ड के लिए विशेष शिविर लगाने की घोषणा की। पखांजूर के एक युवक सोमेन ने मुख्यमंत्री से कहा कि पहले शहर के स्टेडियम का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर था। पंद्रह साल पहले इसका नाम बदल कर पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर कर दिया गया। हम चाहते हैं कि इसका नाम पुनः नेता जी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर कर दिया जाए। सोमेन के कहने का ताली बजाकर उपस्थित जनसमूह ने समर्थन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने स्टेडियम का नाम नेता जी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर रखने की घोषणा की।
सोमेन ने ही मुख्यमंत्री को बताया कि क्षेत्र में परलकोट जलाशय पर खेरकट्टा बांध बना है पर बांध की स्थिति ठीक नहीं है। बांध की मरम्मत और जीर्णाेद्धार की जरूरत है। बांध के जीर्णाेद्धार से क्षेत्र के कई गांवों में पानी और सिंचाई की सुविधा मिल जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल ने इस बार भी तत्काल निर्णय लिया और परलकोट जलाशय के गहरीकरण तथा खेरकट्टा बांध के जीर्णाेद्धार को मंजूरी दे दी । इस मौके पर मुख्यमंत्री ने परलकोट के जमींदार और शहीद गैंद सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। मुख्यमंत्री का स्वागत पारंपरिक हल्बी लोकगीत धनकुल से किया गया। उन्हें पारंपरिक वाद्ययंत्र तोड़ी भेंट किया गया। साथ ही आदिवासी महिलाओं ने मुख्यमंत्री को हाथ से कूटा चिवड़ा और वनोपज तेंदू, चार तथा नागर कांदा, कोचई कांदा, डांग कांदा और केऊ कांदा भेंट किये। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने पूरे प्रवास में खूब केऊ कांदा खाया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी और अंतागढ़ विधायक अनूप नाग एवं अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।
नरनारायण आश्रम पहुंचे, बंगाली व्यंजन का लिया आनंद- मुख्यमंत्री इस दौरान नर नारायण सेवा आश्रम परिसर भी पहुँचे। यहां उनका स्वागत स्थानीय बंग परंपरा अनुसार उलु एवं शंख तथा खोल (ढोल) की ध्वनियों से हुआ। मुख्यमंत्री ने नर-नारायण सेवा मंदिर में स्वामी सत्यानंद परमहंस देवजी की समाधि, राधा-कृष्ण और शिव लिंग की पूजा की। यहां के संन्यासियों को उन्होंने गेरूवा वस्त्र भेंट किया तथा आश्रम परिसर में कदंब का पौधा भी लगाया। यहां उन्हें बंगला भोजन परोसा गया। इसमें बंगाली व्यंजन कुली पीठा, पाठी शिपठा, केला का बड़ा, लाबरा, आम की चटनी, खीर और कुम्हड़ा भाजी शामिल थे।
राशन कार्ड बनाने लगेंगे विशेष शिविर- मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड से संबंधित दिक्कतों के बारे में जानकारी ली। विनय ने बताया कि मेरे माता-पिता का राशन कार्ड है मेरा नाम काट दिया गया है नया कार्ड नहीं बन रहा है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को पात्रता जाँच कर जल्द राशन कार्ड बनवाने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने राशन कार्ड के लिए विशेष शिविर भी लगवाने के निर्देश दिये।
कर्ज माफ हुआ तो दो बार बोर खुदवाया- मुख्यमंत्री से किसानों ने अपनी बात रखी। सुशील मंडल ने बताया कि उनके पास 4 एकड़ जमीन है। सवा लाख का धान बेचा है। अच्छी आय प्राप्त हुई है। एक लाख का कर्जा माफ हुआ है इससे दो बोर खुदवा लिये हैं। बबिता मंडल ने कहा कि आपने इरपानार क्षेत्र में डाक्टर की समस्या दूर कर दी, इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। मुख्यमंत्री ने अन्य सभी विकास योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित फीडबैक की जानकारी भी ली।