किसानों ने इस साल ढाई गुना ज्यादा खाद का कर लिया है उठाव
रायपुर : चालू खरीफ सीजन 2022 में राज्य के किसानों द्वारा 28 जून की स्थिति में 5 लाख 59 हजार 831 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का उठाव कर लिया गया है। यह मात्रा बीते वर्ष इसी अवधि में किसानों द्वारा उठाए गए रासायनिक खाद 2 लाख 32 हजार मेट्रिक टन की तुलना में लगभग ढाई गुना ज्यादा है। खरीफ 2022 के लिए किसानों को अब तक सहकारी समितियों एवं निजी क्षेत्रों से 3 लाख 18 हजार 171 मेट्रिक टन यूरिया खाद का वितरण हो चुका है, जो बीते वर्ष 28 जून की स्थिति में किसानों को वितरित यूरिया एक लाख 6 हजार मेट्रिक टन की तुलना में तीन गुना ज्यादा है।
अपर संचालक कृषि (उर्वरक) एस.सी. पदम ने बताया कि चालू खरीफ सीजन के लिए 13.70 लाख मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरक के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 9 लाख 78 हजार 147 मेंट्रिक टन उर्वरकों का भण्डारण किया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 70 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि इस साल 6.50 लाख मेट्रिक टन यूरिया खाद के लक्ष्य के विरूद्ध 5.26 लाख टन का भण्डारण किया गया है, जो वितरण लक्ष्य का 80 फीसद है। किसानों को 28 जून की स्थिति में 3.18 लाख मेट्रिक टन यूरिया का वितरण किया जा चुका है, जो कि भण्डारित मात्रा का 60 प्रतिशत है। पदम ने बताया कि राज्य में यूरिया की कमी नहीं है। आवश्यकतानुसार सभी सोसायटियों में खाद की आपूर्ति लगातार की जा रही है। प्रदेश में सहकारी एवं निजी क्षेत्रों में शासन की निर्देशानुसार रासायनिक उर्वरकों के भण्डारण एवं उठाव की स्थिति पर भी कड़ी निगरानी रखी रही है। किसानों को गुणवत्तायुक्त रासायनिक उर्वरक निर्धारित दर पर एवं मांग के अनुसार उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। उर्वरक निरीक्षकों द्वारा नियमित रूप से उर्वरक विक्रेता संस्थानों का निरीक्षण कर गुणवत्ता एवं वितरण की जांच की जा रही है।
अपर संचालक पदम ने बताया कि राज्य में अब तक 5.26 लाख मेट्रिक टन यूरिया, 1.81 लाख मेट्रिक टन डीएपी, 48825 मेट्रिक टन एनपीके, 43576 मेट्रिक टन पोटाश तथा 1.89 लाख मेट्रिक टन सुपर फास्फेट इस प्रकार कुल 9 लाख 78 हजार 147 मेट्रिक टन का भण्डारण किया गया है, जिसके विरूद्ध 3.18 लाख मेट्रिक टन यूरिया, 1.34 लाख मेट्रिक टन डीएपी, 12247 मेट्रिक टन एनपीके, 20290 मेट्रिक टन पोटाश, 85005 मेट्रिक टन सुपर फास्फेट का वितरण किसानों को किया जा चुका है। बीते वर्ष इसी अवधि किसानों ने एक लाख 5 हजार 938 मेट्रिक टन यूरिया, 59079 मेट्रिक टन डीएपी, 16702 मेट्रिक टन एनपीके, 16953 मेट्रिक टन पोटाश तथा 33386 मेट्रिक टन सुपर फास्फेट का उठाव किया था। इस प्रकार देखा जाए तो इस साल 28 जून की स्थिति में बीते साल की तुलना में लगभग ढाई गुना उर्वरक का अधिक उठाव हुआ है।