Uttarakhand 5 Marriages Fraud Case : उत्तराखंड में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने न केवल शिकायतकर्ता महिला को बल्कि राज्य महिला आयोग को भी हैरत में डाल दिया। देहरादून में महिला आयोग के दफ्तर में एक महिला अपने पति के रहस्यमयी व्यवहार की शिकायत लेकर पहुंची।
उसका कहना था कि पति की हरकतें संदेहास्पद हैं—वह महीनों गायब रहता, झूठी कहानियां गढ़ता और नौकरी के बहाने घर से दूर रहता। लेकिन जब इस मामले की तहकीकात शुरू हुई, तो जो सच सामने आया, उसने सबको स्तब्ध कर दिया। इस शख्स ने एक या दो नहीं, बल्कि पांच महिलाओं से शादी रचाई थी, और हर बार झूठ का सहारा लिया।
रसूख का दिखावा, झूठ की बुनियाद
शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि उसका पति खुद को रसूखदार शख्स के तौर पर पेश करता था। वह दावा करता कि उसे सरकारी नौकरी मिली है, जिसके चलते उसे लंबे समय तक बाहर रहना पड़ता है। कभी वह कहता कि उसका एक्सीडेंट हो गया, तो कभी पैसे की जरूरत बताकर बहाने बनाता।
उसकी बातों को सच मानने के लिए वह बड़े-बड़े अफसरों और नेताओं के साथ खींची गई तस्वीरें भेजता। एक बार तो उसने खुद को किसी पुरस्कार का विजेता तक बता डाला। लेकिन हर बार उसकी कहानी बदलती रहती थी, और उसकी लोकेशन का कोई ठिकाना नहीं रहता।
महीनों की गैरमौजूदगी ने खोला राज
महिला ने आयोग को बताया कि शादी के शुरुआती दिनों में सब कुछ सामान्य लगता था। लेकिन जल्द ही उसका पति महीनों के लिए घर से गायब होने लगा। नौकरी का हवाला देकर वह लंबे समय तक संपर्क से बाहर रहता। इस दौरान महिला को संदेह हुआ, और उसने अपने पति के बारे में और जानकारी जुटानी शुरू की।
जांच में सामने आया कि उसने कई अन्य महिलाओं से भी शादी की थी। यह खुलासा सुनकर महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने तुरंत महिला आयोग का रुख किया और इस जालसाज पति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
महिला आयोग की कार्रवाई और सरकार से अपील
उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने इस मामले को बेहद गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि आरोपी अब तक आयोग की किसी भी सुनवाई में शामिल नहीं हुआ है, जिससे जांच में मुश्किलें आ रही हैं। कुसुम ने दो जुलाई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के दौरान इस मामले का जिक्र किया।
उन्होंने सरकार से ऐसे मामलों में आरोपियों तक पहुंचने के लिए विशेष सहयोग की मांग की। कुसुम ने कहा, “ऐसे लोग न केवल महिलाओं के साथ धोखा करते हैं, बल्कि समाज के भरोसे को भी ठेस पहुंचाते हैं। हमें ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मिलकर काम करना होगा।”