Dehradun News : उत्तराखंड की दून पुलिस ने एक बार फिर अपनी संवेदनशीलता और तत्परता से लोगों का दिल जीत लिया। नटराज चौक के पास तीन बुजुर्ग महिलाएं परेशान और घबराई हालत में पुलिस को मिलीं। ये महिलाएं हरियाणा से कांवड़ यात्रा और नीलकंठ दर्शन के लिए आई थीं, लेकिन भीड़ में अपने साथियों से बिछड़ गई थीं। पुलिस ने न सिर्फ उनकी मदद की, बल्कि उन्हें उनके साथियों तक सुरक्षित पहुंचाकर उनके चेहरों पर मुस्कान लौटा दी।
पुलिस को नटराज चौक पर मेवा, बतासी और मिश्री नाम की तीन बुजुर्ग महिलाएं मिलीं, जो हरियाणा के नौरंगाबाद गुर्जरों की ढाणी, तिलोडी से अपने गांव की 11 अन्य महिलाओं के साथ यात्रा पर आई थीं। नीलकंठ दर्शन के बाद भीड़ में ये तीनों अपने समूह से अलग हो गई थीं।
बुजुर्ग और अनपढ़ होने के कारण वे अपने साथियों का नंबर, गाड़ी की पार्किंग या जिले की सटीक जानकारी नहीं दे पा रही थीं। उनकी परेशानी देखकर पुलिस ने उन्हें नजदीकी पुलिस बूथ में ले जाकर पानी और जूस दिया, साथ ही उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी मदद की जाएगी।
पुलिस ने सूझबूझ दिखाते हुए गूगल की मदद से महिलाओं के गांव और नजदीकी पुलिस स्टेशन की जानकारी जुटाई। इसके बाद गांव के सरपंच से संपर्क कर उनके साथियों और पिकअप वाहन के ड्राइवर का नंबर हासिल किया। ड्राइवर ने बताया कि वह भी इन महिलाओं को ढूंढ रहा था, लेकिन उसे ठीक-ठीक जगह का पता नहीं था।
पुलिस ने ड्राइवर और मौके पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों से बात कर यह पता लगाया कि बाकी यात्री आईडीपीएल पार्किंग में हैं। इसके बाद पुलिस ने थाने की गाड़ी से तीनों महिलाओं को सुरक्षित उनके साथियों तक पहुंचाया।
अपने साथियों से मिलते ही मेवा, बतासी और मिश्री की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने पुलिसकर्मियों के सिर पर हाथ फेरकर आशीर्वाद दिया और उत्तराखंड पुलिस की तारीफ की। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि दून पुलिस न सिर्फ सुरक्षा देती है, बल्कि सेवा और मानवता के भाव को भी जीवंत रखती है।