SGRR Talab Accident : देहरादून के एसजीआरआर तालाब स्कूल के निर्माणाधीन भवन में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसमें दो मजदूरों की जान चली गई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना उस समय हुई जब चौथी मंजिल पर लेंटर डालने के लिए सीमेंट और कंक्रीट का मिश्रण डाल रही मशीन का पाइप अचानक फट गया। इस हादसे ने न केवल मजदूरों के परिवारों को सदमे में डाल दिया, बल्कि निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों की कमी को भी उजागर कर दिया।
हादसे में लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश के गोलबोसी गांव के विनोद और नेपाल के सियाराम की जान गई। तीसरा मजदूर, राजकुमार, जो लखीमपुर खीरी का ही रहने वाला है, गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय पुलिस के अनुसार, यह निर्माण कार्य ठेकेदार दीपक बंसल और अनिल की देखरेख में चल रहा था।
शहर कोतवाल चंद्रभान सिंह ने बताया कि पाइप फटने से तेज झटका लगा, जिसके कारण पाइप मजदूरों से टकरा गया। इस टक्कर की वजह से विनोद और सियाराम चौथी मंजिल से नीचे गिर गए, जबकि राजकुमार लेंटर पर ही छिटककर गिर पड़ा।
घायलों को तुरंत श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल ले जाया गया, लेकिन विनोद और सियाराम को बचाया नहीं जा सका। राजकुमार का इलाज अभी भी जारी है और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। विनोद की पत्नी अनारकली ने ठेकेदारों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने दीपक बंसल और अनिल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि पाइप फटने का कारण क्या था और क्या यह पुराना या खराब था।
यह हादसा निर्माण स्थलों पर मजदूरों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करता है। क्या ठेकेदारों ने मशीनों की समय पर जांच और रखरखाव की अनदेखी की? क्या मजदूरों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण दिए गए थे? इस घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है और लोग मांग कर रहे हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। इस दुखद घटना ने एक बार फिर निर्माण उद्योग में मजदूरों की जान को खतरे में डालने वाली लापरवाही को सामने ला दिया है। समाज और प्रशासन को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।