उत्तराखंड के हल्द्वानी (Haldwani) में आगामी 1 जून को कांग्रेस पार्टी (Indian National Congress) एक भव्य जय हिंद रैली (Jai Hind Rally) का आयोजन करने जा रही है, जिसमें हजारों कार्यकर्ता और आम नागरिक हिस्सा लेंगे। यह रैली ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) में भारतीय सेना (Indian Army) के अदम्य साहस को सम्मान देने, शहीद सैनिकों और नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने और घायल लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए आयोजित की जा रही है।
देहरादून (Dehradun) में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Uttarakhand Pradesh Congress Committee) के मुख्यालय में वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना (Suryakant Dhasmana) ने प्रेस को बताया कि इस रैली में प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता भी शामिल होंगे।
यह रैली न केवल सेना के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का मंच होगी, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से ऑपरेशन सिंदूर के राजनीतिकरण और सुरक्षा चूक जैसे गंभीर सवालों का जवाब भी मांगेगी।
रैली का उद्देश्य
जय हिंद रैली (Jai Hind Rally) कांग्रेस की राष्ट्रव्यापी रैलियों का हिस्सा है, जिसके जरिए पार्टी भारतीय सेना (Indian Army) के प्रति सम्मान और देशवासियों की भावनाओं को व्यक्त करेगी। सूर्यकांत धस्माना (Suryakant Dhasmana) ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद PM Narendra Modi ने छह राज्यों में रैलियां कीं, लेकिन इस संकट के समय में विपक्ष पर अनुचित टिप्पणियां करके उन्होंने देश की एकता को कमजोर करने की कोशिश की।
कांग्रेस पार्टी इस रैली के माध्यम से PM Modi से पूछना चाहती है कि पहलगाम (Pahalgam) और पुंछ (Poonch) में हुई सुरक्षा चूक, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए, उसकी जिम्मेदारी किसे दी गई? साथ ही, शहीदों के परिवारों से मिलने और घायल नागरिकों का हाल जानने के लिए पीएम कब इन क्षेत्रों का दौरा करेंगे?
पीएम से सवाल
कांग्रेस ने PM Narendra Modi से यह भी सवाल उठाया कि ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद संसद का विशेष सत्र बुलाकर देश को पूरी स्थिति से अवगत क्यों नहीं कराया गया? इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) के उस बयान का जवाब क्यों नहीं दिया गया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम करवाया?
सूर्यकांत धस्माना (Suryakant Dhasmana) ने कहा कि जब पूरा देश और विपक्ष संकट की घड़ी में केंद्र सरकार और सेना के साथ खड़ा था, तब PM Modi की ऐसी टिप्पणियां और चुप्पी देशवासियों के लिए सवाल खड़े करती हैं। कांग्रेस इन सवालों को हल्द्वानी (Haldwani) की रैली के बाद उत्तराखंड (Uttarakhand) के हर गांव और ब्लॉक तक ले जाएगी, ताकि जनता को ऑपरेशन सिंदूर की सच्चाई और सरकार की जवाबदेही की जानकारी मिले।
हल्द्वानी रैली
हल्द्वानी (Haldwani) में होने वाली जय हिंद रैली (Jai Hind Rally) न केवल भारतीय सेना (Indian Army) के साहस को सलाम करने का अवसर है, बल्कि यह देशवासियों को एकजुट करने और सरकार से जवाब मांगने का मंच भी है।
इस रैली में उत्तराखंड (Uttarakhand) के स्थानीय नेताओं के साथ-साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (All India Congress Committee) के वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बनाएंगे। यह रैली उन शहीदों और घायल नागरिकों के प्रति सम्मान और समर्थन का प्रतीक होगी, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान अपनी जान गंवाई या कष्ट झेला।
जनता के लिए कांग्रेस का संदेश
कांग्रेस पार्टी (Indian National Congress) का कहना है कि यह रैली सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि देश की एकता और सेना के प्रति सम्मान का उत्सव है। सूर्यकांत धस्माना (Suryakant Dhasmana) ने जोर देकर कहा कि हल्द्वानी (Haldwani) की रैली के बाद पार्टी पूरे उत्तराखंड (Uttarakhand) में जागरूकता अभियान चलाएगी, ताकि लोग ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की सच्चाई और सरकार की जवाबदेही को समझ सकें।
यह रैली उन सभी नागरिकों के लिए है जो सेना के साहस को सलाम करना चाहते हैं और सरकार से पारदर्शिता की मांग करते हैं।