भटिंडा में छिपा था सेलाकुई का शातिर चोर, दून पुलिस ने ऐसे दबोचा

पिछले डेढ़ साल से फरार चल रहे 10 हजार रुपये के इनामी नकबजन को आखिरकार देहरादून की दून पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। यह शातिर अपराधी पिछले आठ महीनों से पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए अपना नाम बदलकर पंजाब के भटिंडा में छिपा हुआ था।

लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के आगे उसकी कोई चाल काम न आई और उसे भटिंडा से धर दबोचा गया। इस अभियुक्त के पास से दो अलग-अलग नकबजनी की घटनाओं में चुराई गई कीमती ज्वैलरी भी बरामद की गई, जिसने पुलिस की जांच को और मजबूत किया।

दरअसल, यह पूरा मामला साल 2023 में सेलाकुई इलाके में हुई एक सनसनीखेज चोरी से जुड़ा है। अभियुक्त जितेंद्र शर्मा ने अपने एक साथी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। उसका साथी बंटी शर्मा पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है और जेल की सलाखों के पीछे है।

लेकिन जितेंद्र घटना के बाद से ही फरार था और लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। उसकी चालाकी को देखते हुए एसएसपी देहरादून ने उस पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। अब पुलिस की सख्ती और सटीक रणनीति ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

यह गिरफ्तारी पुलिस मुख्यालय के उस विशेष अभियान का हिस्सा है, जो इनामी और वांछित अपराधियों को पकड़ने के लिए पूरे राज्य में चलाया जा रहा है। एसएसपी देहरादून के निर्देश पर सेलाकुई थाना पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने दिन-रात मेहनत की। मुखबिरों और सर्विलांस की मदद से पता चला कि जितेंद्र भटिंडा में विशाल शर्मा के नाम से छिपा हुआ है।

इसके बाद पुलिस टीम ने तुरंत भटिंडा पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने सेलाकुई के अलावा कोतवाली नगर क्षेत्र में भी नकबजनी की वारदात कबूल की। उसकी निशानदेही पर चुराई गई ज्वैलरी बरामद हुई, जिसकी कीमत करीब 2 लाख 20 हजार रुपये आंकी गई।

यह खबर न सिर्फ पुलिस की सक्रियता को दर्शाती है, बल्कि आम लोगों में भी सुरक्षा का भरोसा जगाती है। जितेंद्र शर्मा जैसे अपराधियों के खिलाफ यह कार्रवाई अपराध को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। पुलिस का कहना है कि ऐसे अपराधियों को अब किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

Leave a Comment