Indian startup IPOs : भारत के स्टार्टअप्स ने बाजार में मचाई धूम, 50 दिनों में जुड़ा 40,000 करोड़ का नया मार्केट कैप

Indian startup IPOs : भारत के शेयर बाजार में हाल के महीनों में स्टार्टअप कंपनियों ने जिस तेजी से दस्तक दी है, उसने निवेशकों और मार्केट दोनों को चौंका दिया है। पहले यह धारणा थी कि वेंचर कैपिटल या टेक स्टार्टअप्स का खेल केवल प्राइवेट इन्वेस्टमेंट तक सीमित है, लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है।

Urban Company (Urban Company) जैसी कंपनियों ने लिस्टिंग के पहले ही हफ्ते में 80 फीसदी की तेजी दर्ज कराई और देखते ही देखते 26,000 करोड़ रुपये का मार्केट कैप बना डाला। इसी तरह Bluestone (Bluestone) और Indiqube (Indiqube) ने भी निवेशकों का ध्यान खींचा। महज 50 दिनों में करीब 40,000 करोड़ रुपये का नया बाजार मूल्य जुड़ गया। यह संकेत है कि इंडियन इक्विटी मार्केट (Indian equity market) में स्टार्टअप्स अब हाशिए पर नहीं, बल्कि मेनस्ट्रीम का हिस्सा बन चुके हैं।

भारतीय स्टार्टअप्स में तेजी

आज की तारीख में भारतीय बाजार में लिस्टेड 30 से ज्यादा स्टार्टअप्स का टोटल मार्केट कैप 9.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। यह आंकड़ा दिखाता है कि भारत के स्टार्टअप्स अब केवल यूनिकॉर्न या वैल्यूएशन की कहानियों तक सीमित नहीं रहे, बल्कि वे आम निवेशकों के पोर्टफोलियो में भी जगह बनाने लगे हैं। Zomato (Zomato) जैसी कंपनियां तो अब बेंचमार्क इंडेक्स तक पहुंच गई हैं। इस दौर ने निवेशकों को नए मजबूत खिलाड़ी और पिछड़ते खिलाड़ी भी दिखाए हैं। आइए समझते हैं किसने इस लहर से सबसे ज्यादा मुनाफा कमाया।

Info Edge की सबसे बड़ी बाजी

नौकरी डॉट कॉम बनाने वाले संजीव भिखचंदानी का यह फैसला कि उन्होंने Zomato (Zomato) और PolicyBazaar (PolicyBazaar) में शुरुआती दौर में निवेश किया, मौजूदा वक्त में यह सबसे शानदार निवेश साबित हुआ। 2011 से 2015 के बीच Info Edge (Info Edge) ने करीब 600 करोड़ रुपये लगाए, जो आज 56,000 करोड़ रुपये हो चुका है। यानी करीब 93 गुना रिटर्न।

खास बात यह रही कि Info Edge (Info Edge) ने समय से पहले हिस्सेदारी बेचने की जल्दी नहीं दिखाई और लंबे समय तक शेयर होल्ड किया। नतीजा यह हुआ कि भारत में यह कंपनी सबसे सफल कॉरपोरेट वेंचर इन्वेस्टर बनकर उभरी।

सॉफ्टबैंक विजन फंड का बड़ा दांव

जापानी निवेशक मासायोशी सोन की रणनीति हमेशा से ‘बड़ा खेलो या लौट जाओ’ वाली रही है। भारत में निवेश करते वक्त SoftBank (SoftBank) ने यही रास्ता अख्तियार किया। 2021 के बाद जितने यूनिकॉर्न पब्लिक हुए, उनमें से आधे SoftBank (SoftBank) के पोर्टफोलियो में थे।

कंपनी इन कंपनियों से पहले ही 3 अरब डॉलर का मुनाफा निकाल चुकी है और अब भी 2.5 अरब डॉलर की हिस्सेदारी इंडियन इक्विटी मार्केट (Indian equity market) में रखती है। Flipkart (Flipkart) में Walmart (Walmart) को बेचकर 4 अरब डॉलर कैपिटल के साथ एग्जिट भी किया। Paytm (Paytm) में नुकसान के बावजूद, SoftBank (SoftBank) ने भारत से अपनी शुरुआती पूंजी लगभग पूरी निकाल ली है और आने वाले समय में Meesho (Meesho), Lenskart (Lenskart), Oyo (Oyo) और OfBusiness (OfBusiness) के IPO से नई कमाई की उम्मीद कर रहा है।

Alibaba की फीकी कहानी

जहां SoftBank (SoftBank) की कहानी शानदार रही, वहीं चीन की दिग्गज कंपनी Alibaba (Alibaba) का सफर निराशाजनक साबित हुआ। Paytm (Paytm) में 3 अरब डॉलर का घाटा हुआ और ई-कॉमर्स में किए गए दांव (Snapdeal (Snapdeal), Paytm Mall (Paytm Mall), BigBasket (BigBasket)) भी कामयाब नहीं हो सके। हालांकि, Zomato (Zomato) से करीब 6 गुना मुनाफा जरूर मिला, लेकिन भारत का पूरा इन्वेस्टमेंट चैप्टर Alibaba (Alibaba) के लिए एक मुश्किल सफर रहा। सीमा विवाद और भू-राजनीतिक हालात ने भी इस निवेश को चोट पहुंचाई।

Prosus का भरोसा

डच-साउथ अफ्रीकी निवेशक Prosus (Prosus) ने भारत में करीब 3 अरब डॉलर लगाए। Swiggy (Swiggy) के IPO से ही उसने 500 मिलियन डॉलर निकाल लिए और अब भी 3 अरब डॉलर से ज्यादा की होल्डिंग रखता है। Meesho (Meesho) और Captain Fresh (Captain Fresh) लिस्टिंग की कतार में हैं और Elastic Run (Elastic Run) और Eruditus (Eruditus) भी पाइपलाइन में हैं। Prosus (Prosus) का मल्टी-स्टेज निवेश मॉडल और भारत पर भरोसा दिखाता है कि आने वाले सालों में यह कंपनी और बड़ा रोल निभाएगी।

Elevation कैपिटल की Paytm बाजी

SoftBank (SoftBank) और Alibaba (Alibaba) जहां Paytm (Paytm) से नुकसान उठाकर निकले, वहीं सबसे बड़ा फायदा Elevation Capital (Elevation Capital) ने कमाया। पहले इसे SAIF Partners (SAIF Partners) के नाम से जाना जाता था। Elevation Capital (Elevation Capital) को Paytm (Paytm) से 25 गुना का फायदा हुआ और सालों पहले सेकेंडरी मार्केट में हिस्सेदारी बेचकर 625 मिलियन डॉलर का कैश-आउट भी किया। Swiggy (Swiggy), Urban Company (Urban Company) और ixigo (ixigo) जैसे अन्य निवेशों से भी इसे अच्छा रिटर्न मिला।

Peak XV और ग्लोबल खेल

Peak XV (Peak XV) ने भारत समेत कई देशों में लिस्टेड कंपनियों से बड़ा मुनाफा कमाया। सिर्फ भारत में ही इसने 1.3 अरब डॉलर का एग्जिट किया और अब भी आधे अरब डॉलर की होल्डिंग रखता है। अमेरिका में Freshworks (Freshworks), इंडोनेशिया में GoTo (GoTo) और स्वीडन में Truecaller (Truecaller) की लिस्टिंग ने इसके पोर्टफोलियो को और मजबूत किया। भारत में Meesho (Meesho) और Groww (Groww) में इसकी बड़ी हिस्सेदारी है।

Accel की सफलता और Tencent की स्टेबिलिटी

Accel (Accel) का बड़ा दांव Flipkart (Flipkart) और Freshworks (Freshworks) रहे। Flipkart (Flipkart) से 25-30 गुना और Freshworks (Freshworks) से 27 गुना रिटर्न हासिल कर Accel (Accel) ने वैश्विक स्तर पर भी नाम कमाया। भारत में Infra.Market (Infra.Market) और Jetwork (Jetwork) जैसी कंपनियों की लिस्टिंग आगे इसके पोर्टफोलियो में और इजाफा कर सकती है।

चीन की दूसरी दिग्गज Tencent (Tencent) ने भारत में 12,000 करोड़ रुपये लगाए और अभी भी Flipkart (Flipkart), Ola Consumer (Ola Consumer) और Cars24 (Cars24) जैसी कंपनियों में हिस्सेदारी रखती है। इसका कुल नकद रिटर्न और मौजूदा होल्डिंग 8,000 करोड़ रुपये तक आ चुका है, जो Alibaba (Alibaba) की तुलना में बेहतर स्थिति दिखाता है।

Hero MotoCorp का EV दांव और Tiger Global

कॉरपोरेट निवेशकों में Hero MotoCorp (Hero MotoCorp) का अतरंगी दांव सबसे ज्यादा चर्चित रहा। इलेक्ट्रिक स्कूटर कंपनी Ather Energy (Ather Energy) में लगाया गया पैसा दस गुना ज्यादा होकर अब 7,000 करोड़ रुपये की वैल्यू तक पहुंच चुका है। IPO के बाद महज पांच महीने में ही Ather (Ather) के शेयर दोगुने हो गए। इस सफलता से उत्साहित होकर Hero (Hero) ने ई-ट्रक कंपनी Euler (Euler) में भी निवेश कर दिया।

कभी भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम का सबसे आक्रामक निवेशक माने जाने वाले Tiger Global (Tiger Global) का पहला दांव Flipkart (Flipkart) में शानदार रहा। लेकिन 2019-21 के बीच किए गए ग्रोथ-स्टेज निवेश उतने सफल नहीं हो सके। नतीजतन, कंपनी ने अपनी आक्रामकता कम कर दी और अब सहायक भूमिका में दिखाई देती है।

किसने मारी बाजी, किसे हुआ घाटा

इस पूरी IPO लहर से यह साफ है कि भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम अब नई दिशा में बढ़ रहा है। Info Edge (Info Edge) और SoftBank (SoftBank) जैसे निवेशक सबसे बड़े विजेता बनकर उभरे, जबकि Alibaba (Alibaba) जैसी कंपनियों को नुकसान उठाकर पीछे हटना पड़ा। वहीं Elevation Capital (Elevation Capital) और Peak XV (Peak XV) जैसे वेंचर कैपिटल फर्म्स ने अपनी शुरुआती निवेश और धैर्य से बड़ा रिटर्न कमाए।