आजीविकामूलक गतिविधियों से मोहलाई की एसएचजी दीदियां बढ़ी आर्थिक स्वावलंबन की राह पर

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आजीविकामूलक गतिविधियों से मोहलाई की एसएचजी दीदियां बढ़ी आर्थिक स्वावलंबन की राह पर

आजीविकामूलक गतिविधियों से मोहलाई की एसएचजी दीदियां बढ़ी आर्थिक स्वावलंबन की राह पर


आजीविकामूलक गतिविधियों से मोहलाई की एसएचजी दीदियां बढ़ी आर्थिक स्वावलंबन की राह पर

दुर्ग : मोहलाई में एसएचजी दीदियों ने अनेक आजीविकामूलक गतिविधियों को अपनाकर स्वयं को आर्थिक रूप से सशक्त किया है और निरंतर इस राह में आगे बढ़ रही हैं। आज कलेक्टर  पुष्पेंद्र कुमार मीणा भी मोहलाई के गौठान में हो रहे कार्यों को देखने पहुंचे। उन्होंने राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना अंतर्गत स्वसहायता समूहों को सदस्यों को शासन द्वारा दी जाने वाली राशि का चेक भी सौंपा। यह राशि गिर और साहीवाल जैसी प्रजाति के मवेशियों को खरीदने के लिए अनुदान स्वरूप दी गई है। इस मौके पर स्वसहायता समूहों की दीदियों से चर्चा करते हुए कलेक्टर मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री महोदय की मंशा है कि गौठानों में आजीविकामूलक गतिविधियां विस्तारित हों। गौठान के पशुओं का नस्ल संवर्धन हो। इस दिशा में सरकार की डेयरी उद्यमिता विकास योजना काफी महत्वपूर्ण है। गिर और साहीवाल जैसी प्रजाति के मवेशियों से दुग्ध उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है। इसे अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि के साथ पशुपालन पर विशेष रूप से फोकस कर किसान अपनी आय में तेजी से वृद्धि कर सकते हैं। यहां की स्वसहायता समूह की महिलाओं की दीदियों ने अपना काम कलेक्टर को दिखाया। उन्होंने बताया कि वे परंपरागत रूप से बड़ी बिजौरी और अचार आदि का उत्पादन कर रही हैं। इसके साथ ही गौठान में उन्होंने मिनी राइस मिल भी डाल लिया है। साथ ही तालाब में मछली पालन किया जा रहा है। दीदियों ने बताया कि हम लोग तेजी से नई गतिविधि अपना रही हैं। जैसे गौठान में मशरूम उत्पादन के लिए शेड भी तैयार कर लिया है।

कलेक्टर ने कहा कि आप लोग बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपने उत्पादों का निर्माण करें। साथ ही इसकी बाजार तक पहुंच के लिए भी कार्य करें। अपने उत्पादों की जितनी अधिक ब्रांडिंग करेंगी, आपकी कमाई उतनी ही बढ़ जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि सरकार ने सी-मार्ट आदि के माध्यम से महिला स्वसहायता समूहों के उत्पादों के डिस्प्ले के लिए बेहतरीन मार्केट उपलब्ध कराया है। पहले आप लोगों को बाजार के चिन्हांकन में काफी दिक्कत होती थी। अब शहर के केंद्र में सी-मार्ट है और वहां आपके उत्पाद उपलब्ध हैं। अपने उत्पादों की गुणवत्ता पर तो ध्यान रखें ही, साथ ही इसकी पैकेजिंग आदि पर ध्यान भी दें। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ  अश्विनी देवांगन को गौठान की एसएचजी दीदियों के नियमित प्रशिक्षण के लिए भी कहा ताकि इससे उन्हें अपने उत्पादों के निर्माण, मार्केटिंग और विपणन की व्यापक समझ बन सके।  देवांगन ने विस्तार से इस संबंध में किये गये कार्यों की जानकारी कलेक्टर को दी।

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