13 Jun 2025, Fri

Kainchi Dham Mela में रिकॉर्ड तोड़ भीड़ की आशंका, सरकार ने शुरू की हाई लेवल तैयारी

Kainchi Dham Mela 2025 : उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम, बाबा Neem Karoli Maharaj की तपोस्थली, हर साल लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बनता है। 15 जून 2025 को Kainchi Dham Mela के रूप में होने वाला स्थापना दिवस समारोह इस बार और भी भव्य होने जा रहा है।

प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं, और मुख्यमंत्री Pushkar Singh Dhami ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए अधिकारियों को ठोस योजनाएं बनाने के निर्देश दिए हैं। यह मेला न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को भी दर्शाता है। आइए, जानते हैं इस मेले की तैयारियों और व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से।

मुख्यमंत्री Pushkar Singh Dhami का मार्गदर्शन 

गुरुवार को देहरादून में अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में CM Pushkar Singh Dhami ने Kainchi Dham Mela 2025 को और बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने मेले की व्यापकता को देखते हुए तात्कालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक योजनाएं तैयार करने पर जोर दिया।

तात्कालिक उपायों के तहत मेले के मौजूदा संचालन को सुचारू करना है, जबकि दीर्घकालिक योजनाओं से एक स्थायी प्रबंधन प्रणाली विकसित की जाएगी। CM Dhami ने कहा, “हमारी सरकार का लक्ष्य है कि Kainchi Dham में आने वाले हर श्रद्धालु को सुगम और सुरक्षित अनुभव मिले। हम देवभूमि उत्तराखंड की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

यातायात प्रबंधन 

Kainchi Dham Mela के दौरान हल्द्वानी, भीमताल और भवाली मार्गों पर भारी ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए प्रशासन ने विशेष यातायात योजना तैयार की है। CM Pushkar Singh Dhami ने सैनिटोरियम से भवाली पेट्रोल पंप तक लगभग तीन किलोमीटर सड़क की कटिंग का कार्य युद्ध स्तर पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इस सड़क के चौड़ीकरण से यातायात सुगम होगा और श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में आसानी होगी। 

नैनीताल पुलिस और परिवहन विभाग ने मिलकर शटल सेवाओं का विस्तार किया है। हल्द्वानी, रामनगर और कालाढूंगी से शटल बसें और भवाली-भीमताल से टैक्सी सेवाएं श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर तक ले जाएंगी। बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को गौलापार के Indira Gandhi International Sports Stadium में पार्क करने की व्यवस्था की गई है, जहां से शटल सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह कदम निजी वाहनों की संख्या को कम कर ट्रैफिक दबाव को नियंत्रित करने में मदद करेगा।

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या 

नैनीताल की जिलाधिकारी Vandana Singh ने बताया कि Kainchi Dham में श्रद्धालुओं की संख्या में हर साल तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले एक साल में लगभग 24 लाख लोगों ने बाबा Neem Karoli Maharaj के दर्शन किए, जो कि पहले के औसत आठ लाख की तुलना में तीन गुना अधिक है। इस साल मेले के दौरान ढाई से तीन लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। हालांकि, मंदिर की धारण क्षमता सीमित है, जिसके कारण भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है। 

जिलाधिकारी ने कहा, “हमने ट्रैफिक प्रबंधन, पार्किंग, पेयजल, शौचालय और सुरक्षा जैसी सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया है। 15 पार्किंग स्थल चिह्नित किए गए हैं, और नदी में श्रद्धालुओं के प्रवेश को रोकने के लिए तारबाड़ लगाई जा रही है।” मेले के दौरान मालपुए का प्रसाद भी बांटा जाएगा, जिसके लिए मंदिर समिति ने पांच लाख मालपुए तैयार करने की योजना बनाई है।

आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व

Kainchi Dham, बाबा Neem Karoli Maharaj की साधना स्थली, न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है। Apple के संस्थापक Steve Jobs और Facebook के CEO Mark Zuckerberg जैसे दिग्गजों ने भी इस पवित्र स्थल का दौरा किया था। मंदिर में हनुमान जी, भगवान राम, शिव और दुर्गा के विग्रह स्थापित हैं, जो इसे और भी खास बनाते हैं। 15 जून को होने वाले मेले में विशेष पूजन, भंडारा और कीर्तन आयोजित होंगे, जो श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक अनुभव को और गहरा करेंगे।

प्रशासन की प्रतिबद्धता 

नैनीताल पुलिस अधीक्षक Prahlad Narayan Meena ने बताया कि पिछले साल मेले में सवा लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे, और इस बार यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। सुरक्षा के लिए 1200 से अधिक पुलिसकर्मियों, SSB और PAC की तैनाती की गई है। मेला क्षेत्र को सेक्टर और जोन में बांटा गया है, ताकि भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा सुनिश्चित हो। साथ ही, सोशल मीडिया और पर्यटक गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। 

कैसे पहुंचें Kainchi Dham?

Kainchi Dham तक पहुंचने के लिए हवाई, रेल और सड़क मार्ग उपलब्ध हैं। दिल्ली से Kathgodam तक Ranikhet Express, Uttarakhand Sampark Kranti Express या Shatabdi Express जैसी ट्रेनें सुविधाजनक हैं। काठगोदाम से टैक्सी या शेयरिंग कैब से मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।

हवाई यात्रियों के लिए Pantnagar Airport सबसे नजदीक है, जो मंदिर से 79 किलोमीटर दूर है। नैनीताल से मंदिर 17 किलोमीटर और भवाली से 9 किलोमीटर की दूरी पर है।

By admin

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