हल्द्वानी : हल्द्वानी, जिसे कुमाऊं की आर्थिक राजधानी के नाम से जाना जाता है, में छोटे वाहनों की बढ़ती संख्या और यात्रियों की भीड़ को देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब शहर में सिटी बस सेवा शुरू होने जा रही है, जिसका संचालन 21 जून से होगा। यह कदम न केवल ट्रैफिक की समस्या को कम करेगा, बल्कि हल्द्वानी को एक स्वच्छ और हरा-भरा शहर बनाने में भी मदद करेगा।
हाल ही में काठगोदाम के सर्किट हाउस में रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी की बैठक हुई, जिसमें कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने इस योजना को हरी झंडी दी। उन्होंने बताया कि सिटी बसों का संचालन निजी ऑपरेटरों द्वारा किया जाएगा, जिन्हें बसें खरीदने के लिए तीन महीने का समय दिया गया है। पहले आवेदन मंगवाए गए थे, और अब रूट तय कर संचालन की मंजूरी दे दी गई है। हल्द्वानी में कुल 168 किलोमीटर के दायरे में ये बसें चलेंगी, जो शहर के प्रमुख इलाकों को जोड़ेंगी।
इन बसों के रूट कुछ इस तरह होंगे—रानीबाग से रोडवेज बस स्टैंड, स्टेडियम रोड, मुखानी, कुसुमखेड़ा, फतेहपुर, लामाचौड़ जैसे इलाकों को कवर करते हुए वापस रानीबाग तक। दूसरा रूट बस स्टेशन से मंगलपड़ाव, तीनपानी, टीपीनगर, देवलचौर, कालाढूंगी चौराहा होकर वापस आएगा। इसी तरह काठगोदाम रेलवे स्टेशन, रामपुर रोड, सिंधी चौराहा, कमलुवागांजा जैसे क्षेत्रों में भी बसें चलेंगी। ये रूट शहर के ट्रैफिक को सुचारू बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
खास बात यह है कि ये बसें पर्यावरण के अनुकूल होंगी। सभी बसें सीएनजी या बीएसवीआई मानकों पर आधारित होंगी, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी। साथ ही, यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए बसों में महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए खास इंतजाम होंगे। इन बसों को एक खास रंग में रंगा जाएगा ताकि इन्हें आसानी से पहचाना जा सके। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस, रूट नंबर और कलर बोर्ड जैसी सुविधाएं भी होंगी। सर्दियों में ये बसें सुबह 8 बजे से रात 8:30 बजे तक और गर्मियों में सुबह 6:30 बजे से चलेंगी।
इस सेवा से नौकरीपेशा लोगों और कॉलेज छात्रों को खासा फायदा होगा। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत का कहना है कि यह योजना यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। हल्द्वानी में सिटी बस सेवा शुरू होने से शहर का विकास और लोगों का जीवन आसान होगा।