Rudraprayag News: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में जखोली क्षेत्र के मखेत गांव में गुलदार के आतंक ने ग्रामीणों की नींद उड़ा रखी थी। मंगलवार की देर शाम एक दुखद घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया। एक 50 वर्षीय महिला, रामेश्वरी देवी, अपने घर के पास बगीचे में काम कर रही थीं, तभी एक गुलदार ने उन पर हमला कर दिया।
इस हमले में उनकी जान चली गई। लेकिन अब वन विभाग की त्वरित कार्रवाई से ग्रामीणों को राहत मिली है। देर रात करीब एक बजे वन विभाग की टीम ने उस गुलदार को मार गिराया, जो इस हादसे का जिम्मेदार था।
गुलदार का हमला
मंगलवार की शाम करीब सात बजे रामेश्वरी देवी अपने खेत में निराई-गुडाई कर रही थीं। अचानक एक गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। गुलदार ने उनकी गर्दन को अपने नुकीले दांतों और नाखूनों से बुरी तरह जख्मी कर दिया। इससे पहले कि वह कुछ समझ पातीं, गुलदार उन्हें घसीटते हुए पास की झाड़ियों में ले गया।
जब रामेश्वरी देवी का बेटा, चंद्रशेखर, अपनी दुकान से घर लौटा, तो उसने मां को आवाज दी। जवाब न मिलने पर उसने अपने बुजुर्ग पिता से पूछा, जिन्होंने बताया कि वह खेत में गई थीं।
चंद्रशेखर खेत की ओर दौड़ा, जहां उसे खेत में बिखरा खून दिखाई दिया। उसने शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के लोग जमा हो गए। ग्रामीणों ने मिलकर रामेश्वरी देवी की तलाश शुरू की। करीब दो सौ मीटर दूर झाड़ियों में उनका शव मिला। इस दृश्य ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया।
ग्रामीणों का गुस्सा
यह पहली बार नहीं था जब मखेत गांव में गुलदार ने हमला किया हो। ग्रामीणों का कहना है कि दस दिन पहले भी एक अन्य महिला पर गुलदार ने हमला किया था, जिसमें उनकी जान चली गई थी। उस समय वन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
ग्रामीणों में गुस्सा इस बात को लेकर था कि अगर पहले ही गुलदार को पकड़ा गया होता, तो शायद रामेश्वरी देवी की जान बच सकती थी। ग्रामीणों ने वन विभाग से तत्काल कार्रवाई की मांग की थी, जिसके बाद विभाग ने गुलदार को मारने का अभियान शुरू किया।
वन विभाग की कार्रवाई
वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों की शिकायतों को गंभीरता से लिया और तुरंत एक विशेष अभियान शुरू किया। मंगलवार की देर रात करीब एक बजे वन विभाग की टीम ने उस गुलदार को ढेर कर दिया, जो रामेश्वरी देवी की मौत का कारण बना था। इस कार्रवाई से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली, लेकिन उनके मन में यह सवाल अब भी बना हुआ है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भविष्य में क्या कदम उठाए जाएंगे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री Pushkar Singh Dhami ने इस घटना पर दुख जताया है और वन विभाग को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की घोषणा भी की गई है।