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फैक्ट्री चोरी का फिल्मी अंदाज़ में खुलासा, पुलिस टीम की मुस्तैदी लाई रंग

By: Sansar Live Team

On: Monday, June 2, 2025 12:41 PM

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Dehradun News : देहरादून के विकासनगर क्षेत्र में एक ईंट की फैक्ट्री से चोरी की घटना ने स्थानीय लोगों में हड़कंप मचा दिया था, लेकिन दून पुलिस की तत्परता और कुशल रणनीति ने इस मामले को जल्द ही सुलझा लिया। पुलिस ने चोरी के इस मामले में शामिल अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से चोरी की गई दो वैल्डिंग मशीनें भी बरामद कर लीं।

यह घटना न केवल पुलिस की सजगता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि अपराधियों के लिए अब छिपना आसान नहीं है।

31 मई 2025 की रात को विकासनगर के नबावगढ़ निवासी रिजवान ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज की थी। उनकी ईंट की फैक्ट्री, एस.वी. प्राइम ब्रिक्स एंड पेवर्स, जो स्क्रीनिंग प्लांट पुल नंबर 1 के पास स्थित है, में अज्ञात चोरों ने दो वैल्डिंग मशीनें चुरा ली थीं।

इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और भारतीय दंड संहिता की धारा 305(A) के तहत मामला दर्ज किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून के निर्देश पर एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया, जिसे इस चोरी के रहस्य को सुलझाने और अपराधी को पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई।

पुलिस ने अपनी जांच को गति देते हुए घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसके साथ ही, स्थानीय मुखबिरों के नेटवर्क को सक्रिय किया गया और संदिग्धों की तलाश शुरू की गई। पुलिस की मेहनत रंग लाई और 1 जून 2025 को एक गुप्त सूचना के आधार पर अभियुक्त मोहसीन उर्फ सानू को पुल नंबर 1 के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।

उसके पास से चोरी की गई दोनों वैल्डिंग मशीनें, जिनकी अनुमानित कीमत 30,000 रुपये है, बरामद की गईं।

पूछताछ के दौरान मोहसीन ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि वह नशे का आदी है और अपनी इस लत को पूरा करने के लिए उसने यह चोरी की थी। वह इन मशीनों को बेचने की योजना बना रहा था, लेकिन पुलिस की तेजी के सामने उसकी सारी योजनाएं धरी रह गईं।

25 वर्षीय मोहसीन, ढकरानी मस्जिद के पास का निवासी है और इस घटना ने नशे की लत के दुष्परिणामों को भी उजागर किया है।

दून पुलिस की इस सफलता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराधियों को कानून के शिकंजे से बचना मुश्किल है। इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम, जिसमें उपनिरीक्षक संदीप कुमार, उपनिरीक्षक ओमवीर चौधरी और कांस्टेबल रजनीश कुमार शामिल थे, की स्थानीय लोगों ने भी सराहना की है।

यह घटना न केवल पुलिस की कार्यकुशलता को दर्शाती है, बल्कि समाज में नशे की समस्या पर भी गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।

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