Uttarakhand News : उत्तराखंड में इस साल भीषण गर्मी और उमस ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली की मांग ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं। बुधवार को बिजली की खपत 6.1 करोड़ यूनिट को पार कर गई, जो पिछले साल के उच्चतम स्तर को भी पीछे छोड़ चुकी है। इस बढ़ती मांग ने Uttarakhand Power Corporation Limited (UPCL) के सामने बड़ी चुनौती खड़ी की है।
कई सब स्टेशनों पर ओवरलोड के कारण बिजली आपूर्ति में रुकावट देखी गई, जिससे लोगों को गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि, UPCL ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए Kashipur Gas Plant को शुरू कर दिया है, ताकि बिजली की कमी को पूरा किया जा सके।
बिजली की मांग ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस साल जून में बिजली की मांग अभूतपूर्व रही है। वर्ष 2023 में 17 जून को 5.5 करोड़ यूनिट और 2022 में 14 जून को 5.4 करोड़ यूनिट की मांग दर्ज की गई थी, लेकिन इस साल मंगलवार को यह आंकड़ा 6 करोड़ यूनिट के करीब पहुंचा और बुधवार को 6.1 करोड़ यूनिट को पार कर गया।
इससे पहले 2021 में 29 जून को 4.7 करोड़ यूनिट और 2020 में 18 जून को 4.1 करोड़ यूनिट की मांग थी। इस साल की मांग ने UPCL को पसीने छुड़ा दिए हैं। मंगलवार को सात सब स्टेशनों पर आपूर्ति बाधित हुई, जिसमें 132 KV Bindal में 21 मिनट, 132 KV Laltappar में 22 मिनट, 132 KV Bhupatwala में 21 मिनट, 132 KV Jwalapur में 29 मिनट, 132 KV Padartha में 13 मिनट, 220 KV Rishikesh और IDPL में 27 मिनट, और 132 KV Ramnagar में 2 घंटे 32 मिनट तक बिजली गुल रही।
काशीपुर गैस प्लांट
बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए UPCL ने Kashipur में स्थित 321 Megawatt Gas Plant को चालू कर दिया है। इस प्लांट के लिए गैस पहले से ही खरीदी जा चुकी थी, जिसे आपातकाल के लिए रिजर्व रखा गया था। इसके अलावा, बाजार से रोजाना करीब 40 लाख यूनिट बिजली खरीदी जा रही है, ताकि आपूर्ति में कोई कमी न आए। UPCL प्रबंधन का दावा है कि फिलहाल कहीं भी घोषित बिजली कटौती नहीं की जा रही है, लेकिन ओवरलोड के कारण कुछ क्षेत्रों में आपूर्ति प्रभावित हो रही है।
यूजेवीएनएल का उत्पादन बढ़ा, मिली राहत
Uttarakhand Jal Vidyut Nigam Limited (UJVNL) की 21 जलविद्युत परियोजनाओं ने भी इस संकट में राहत दी है। गर्मियों में ग्लेशियरों के पिघलने और हाल की बारिश के कारण इन परियोजनाओं का उत्पादन 2 करोड़ यूनिट तक पहुंच गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून की शुरुआत के साथ यह उत्पादन और बढ़ सकता है, जिससे UPCL को बिजली की मांग को पूरा करने में और सहायता मिलेगी।
लोगों की परेशानी और समाधान की कोशिश
गर्मी और उमस के बीच बिजली की रुकावट ने लोगों को खासा परेशान किया है। खासकर Ramnagar, Rishikesh, और Jwalapur जैसे क्षेत्रों में लंबे समय तक बिजली गुल रहने से लोग गुस्साए हुए हैं। UPCL ने लोगों से बिजली का समझदारी से उपयोग करने की अपील की है, ताकि ओवरलोड की समस्या को कम किया जा सके। साथ ही, भविष्य में ऐसी स्थिति से निपटने के लिए बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने की योजना बनाई जा रही है।