देहरादून : दून पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ अपनी मुहिम को तेज कर दिया है। हाल ही में डोईवाला क्षेत्र में दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से लाखों रुपये की अवैध स्मैक बरामद हुई। यह कार्रवाई उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री के “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” विजन को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। पुलिस का कहना है कि नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा, ताकि युवाओं को इस दलदल से बचाया जा सके।
15 मार्च 2025 को डोईवाला पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध लोग नशे की तस्करी में लिप्त हैं। इसके बाद हंसुवाला गांव में वाहन चेकिंग के दौरान दो अभियुक्तों, फैजान और अंशुल पाल, को पकड़ा गया। इनके पास से 21.45 ग्राम स्मैक मिली, जिसकी कीमत लगभग 6 लाख 50 हजार रुपये आंकी गई है।
साथ ही, तस्करी में इस्तेमाल होने वाली मोटरसाइकिल और स्कूटी को भी जब्त कर लिया गया। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और कोतवाली डोईवाला में आगे की कार्रवाई जारी है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में फैजान, जो हरिद्वार के भगवानपुर चंदनपुर का निवासी है, और अंशुल पाल, जो देहरादून के झडोंन्द सिमलास ग्रांट से है, शामिल हैं। पुलिस ने इनके वाहनों को सीज कर सबूत के तौर पर रखा है। इस ऑपरेशन में डोईवाला पुलिस टीम के साथ-साथ SOG देहरादून ने तकनीकी सहायता प्रदान की। टीम में शामिल अधिकारियों ने अपनी सूझबूझ और मेहनत से इस कार्रवाई को सफल बनाया।
दून पुलिस का यह अभियान नशे के खिलाफ जंग में एक मिसाल है। एसएसपी देहरादून के निर्देश पर पूरे जिले में तस्करों के खिलाफ सघन छापेमारी चल रही है। आम जनता से भी अपील की गई है कि अगर उन्हें नशे से जुड़ी कोई जानकारी मिले, तो पुलिस को सूचित करें। यह कदम न सिर्फ अपराध को रोकेगा, बल्कि समाज को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने में भी मदद करेगा।