Doiwala : मरीज से भरी एंबुलेंस दौड़ती सड़क पर बनी आग का गोला, ऐसे बची मरीज की जान
Doiwala News : उत्तराखंड के डोईवाला में लच्छीवाला फ्लाईओवर के पास एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। एक एंबुलेंस, जो मरीज को लेकर तेजी से देहरादून की ओर जा रही थी, अचानक आग की चपेट में आ गई।
देखते ही देखते एंबुलेंस पूरी तरह जलकर राख हो गई। यह घटना इतनी भयानक थी कि आसपास के लोग दहशत में आ गए। लेकिन राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई।
कैसे हुआ हादसा?
एंबुलेंस पौड़ी श्रीनगर बेस हॉस्पिटल से एक मरीज को लेकर देहरादून की ओर जा रही थी। तभी लच्छीवाला फ्लाईओवर के पास अचानक उसमें आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में एंबुलेंस पूरी तरह जल गई।
स्थानीय लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक एंबुलेंस जलकर खाक हो चुकी थी। इसके बाद फायर ब्रिगेड ने आग को पूरी तरह बुझाया, जिससे आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली।
मरीज की बची जान, लेकिन उठे सवाल
गनीमत रही कि एंबुलेंस में आग लगने का पता समय रहते चल गया। ड्राइवर और स्टाफ ने तुरंत मरीज को सुरक्षित बाहर निकाला, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। लेकिन इस घटना ने एंबुलेंस के सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लोग पूछ रहे हैं कि आखिर इतनी महत्वपूर्ण सेवा में ऐसी लापरवाही कैसे हो सकती है? पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है और आग लगने के कारणों का पता लगाने में जुट गई है।
आग लगने की क्या हैं वजहें?
वाहनों में आग लगने की कई वजहें हो सकती हैं। ज्यादातर मामलों में शॉर्ट सर्किट इसका मुख्य कारण होता है, जो खराब या ढीली इलेक्ट्रिकल वायरिंग की वजह से होता है। इसके अलावा, ज्वलनशील पदार्थ, ओवरहीटिंग, या मैकेनिकल खराबी भी आग का कारण बन सकती है।
कई बार खराब गुणवत्ता वाले पार्ट्स भी इस समस्या को बढ़ाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वाहनों की नियमित फिटनेस जांच बेहद जरूरी है। अगर गाड़ियों की फिटनेस पर ध्यान दिया जाए, तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।
पुलिस की जांच और भविष्य के सवाल
पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आग का असल कारण क्या था। इस हादसे ने एक बार फिर वाहनों, खासकर एंबुलेंस जैसे आपातकालीन वाहनों की सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल उठाए हैं।