Divya Pratap Singh : उत्तराखंड की राजधानी में एक बार फिर बवाल मच गया है। पूर्व विधायक और बीजेपी के बाहुबली नेता कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बेटे दिव्य प्रताप सिंह पर पूर्व मुख्य सचिव एस रामास्वामी के बेटे आर यशोवर्धन के साथ मारपीट और अभद्रता का गंभीर आरोप लगा है।
मामला इतना गर्म है कि सोशल मीडिया पर इसका वीडियो धड़ल्ले से वायरल हो रहा है। अब इस केस में ताजा अपडेट आया है – दिव्य प्रताप सिंह ने पुलिस के सामने पेश होने की बजाय वीडियो कॉल (Video Conference) से ही अपना बयान दर्ज करा लिया!
शूटिंग चैंपियनशिप का बहाना बनाकर मांगी मोहलत
दरअसल, राजपुर थाने ने दिव्य प्रताप सिंह को 17 नवंबर से 19 नवंबर तक का समय दिया था कि वो थाने आकर अपना बयान दर्ज कराएं। लेकिन 19 नवंबर बीत गया और दिव्य प्रताप सिंह पुलिस के सामने नहीं पहुंचे।
इसके बाद गुरुवार रात को उनके वकील ने पुलिस को आवेदन दिया कि दिव्य प्रताप सिंह अभी फरीदाबाद के मानव रचना स्पोर्ट्स साइंस सेंटर और दिल्ली के KSSR में इंटरनेशनल शूटिंग चैंपियनशिप के कैंप में व्यस्त हैं। ट्रेनिंग 18 से 30 नवंबर तक चलेगी, इसलिए कुछ दिन की और मोहलत चाहिए।
पुलिस ने नए कानून के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) का रास्ता अपनाया और आरोपी दिव्य प्रताप सिंह का बयान वीडियो कॉल पर ही रिकॉर्ड कर लिया। साथ ही सख्त हिदायत दी कि ट्रेनिंग खत्म होते ही वो व्यक्तिगत तौर पर थाने आएं और पूरा बयान दें।
14 नवंबर की रात क्या हुआ था?
घटना 14 नवंबर की रात की है। पूर्व मुख्य सचिव के बेटे आर यशोवर्धन दिलाराम चौक से पुरानी मसूरी रोड अपने घर जा रहे थे। रास्ते में रोड साइड न देने पर दिव्य प्रताप सिंह और उनकी मां के गनर कांस्टेबल राजेश सिंह ने कथित तौर पर उनकी पिटाई कर दी और पिस्टल दिखाकर धमकाया भी। पूरा वाकया का वीडियो कैमरे में कैद हो गया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
मुकदमा, सस्पेंशन और लाइसेंस रद्द
शिकायत मिलते ही राजपुर थाने में दिव्य प्रताप सिंह और गनर राजेश सिंह के खिलाफ मारपीट, धमकी और SC/ST एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो गया। हरिद्वार पुलिस ने गनर राजेश को तुरंत सस्पेंड कर दिया। हरिद्वार डीएम मयूर दीक्षित ने दिव्य प्रताप सिंह के तीन असलहों के लाइसेंस भी रद्द कर दिए। देहरादून परिवहन विभाग ने कुंवर प्रणव चैंपियन को नोटिस थमाया है – जवाब नहीं दिया तो उनकी लैंड क्रूजर की RC भी रद्द हो जाएगी।
दिव्य प्रताप ने बयान में क्या कहा?
वीडियो कॉल पर दिए बयान में दिव्य प्रताप सिंह ने माना कि टैक्सी ड्राइवर बार-बार हॉर्न देने पर भी साइड नहीं दे रहा था, इसलिए ड्राइवर से हाथापाई हुई। लेकिन उन्होंने साफ इनकार किया कि यशोवर्धन के साथ कोई मारपीट, गाली-गलौज या अभद्रता की। उन्होंने कहा कि वो टैक्सी में बैठे यशोवर्धन को पैसेंजर समझ रहे थे।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया, “नए कानून के प्रावधानों के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बयान लिया गया है। ट्रेनिंग खत्म होते ही दिव्य प्रताप सिंह को थाने आना होगा।”
अब तक क्या-क्या हो चुका है?
14 नवंबर: दिलाराम चौक के पास मारपीट, वीडियो वायरल
15 नवंबर: राजपुर थाने में मुकदमा दर्ज
17 नवंबर: दिव्य प्रताप को बयान के लिए 3 दिन का समय, गनर सस्पेंड, 28 चालान की जानकारी सामने आई
18 नवंबर: 3 गन लाइसेंस रद्द
19 नवंबर: बयान की डेडलाइन खत्म, परिवहन विभाग ने चैंपियन को नोटिस दिया
20 नवंबर रात: वीडियो कॉल से बयान रिकॉर्ड
फिलहाल पूरा उत्तराखंड इस केस पर नजर टिकाए हुए है कि आखिर दिव्य प्रताप सिंह थाने कब आएंगे और आगे क्या होगा?
