मंत्रियों की कमी से जूझ रही धामी सरकार, कांग्रेस ने उठाए सवाल – कब होगा कैबिनेट विस्तार?


देहरादून: उत्तराखंड में हाल ही में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे ने政治 गलियारों में हलचल मचा दी है। इसके बाद से ही धामी सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) की चर्चा तेज हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले से ही कई बड़े और महत्वपूर्ण विभागों का जिम्मा संभाल रहे हैं, लेकिन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद उनके सभी विभाग भी अब सीएम धामी के कंधों पर आ गए हैं।

इस बीच, विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) ने धामी सरकार पर हमला बोला है और जल्द से जल्द मंत्रिमंडल विस्तार की मांग उठाई है, ताकि राज्य में रुके हुए विकास कार्यों (Development Works) को गति मिल सके।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास अब विभागों की संख्या और भी बढ़ गई है, जिससे सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इन विभागों की योजनाओं को जमीन पर कैसे उतारा जाए। विपक्ष का कहना है कि विधानसभा सत्र (Assembly Session) के दौरान सीएम धामी से जुड़े सवालों का जवाब नहीं मिलता, जबकि उनके पास सबसे ज्यादा और भारी-भरकम विभाग हैं।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सरकार को सक्षम और समझदार लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल करना चाहिए। उनका तर्क है कि मंत्रियों की कमी के कारण सरकार अपने कर्तव्यों को ठीक से पूरा नहीं कर पा रही। उन्होंने जोर देकर कहा कि पिछले चार-पांच सालों में सीएम के विभागों से जुड़े सवाल विधानसभा में हल नहीं हुए हैं, इसलिए विभागीय मंत्रियों की नियुक्ति और विभागों का बंटवारा जरूरी है।

प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद अब धामी कैबिनेट में पांच पद खाली हो गए हैं। उत्तराखंड में कैबिनेट में कुल 12 मंत्रियों की जगह है, लेकिन अभी सीएम धामी अकेले 50 से ज्यादा महत्वपूर्ण विभाग संभाल रहे हैं। मंत्रिमंडल विस्तार की मांग अब जोर पकड़ रही है। विपक्ष का कहना है कि अगर जल्द कैबिनेट का विस्तार (Cabinet Expansion in Uttarakhand) नहीं हुआ, तो राज्य में विकास की रफ्तार और धीमी पड़ सकती है।

सूत्रों की मानें, तो कुछ मौजूदा मंत्रियों के हटने और नए चेहरों को मौका मिलने की भी संभावना है। ऐसे में आने वाले दिनों में उत्तराखंड की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *