Dehradun : रविवार का फड़ बाजार बना मुसीबत! देहरादून में व्यापारियों ने दी दो टूक चेतावनी


Dehradun :  आजकल एक अनोखी समस्या से जूझ रहा है। हर रविवार को रेंजर्स ग्राउंड में लगने वाला फड़ बाजार (Flea Market) न केवल स्थानीय व्यापारियों के लिए सिरदर्द बन गया है, बल्कि आम जनता को भी ट्रैफिक जाम (Traffic Jam) और अव्यवस्था का सामना करना पड़ रहा है।

13 मई 2025 को दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज मैसोंन (Pankaj Mason) के नेतृत्व में सैकड़ों व्यापारी राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स (Rajiv Gandhi Complex) में एकत्र हुए और इस समस्या के खिलाफ आवाज बुलंद की। व्यापारियों ने जिला अधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च किया और एसडीएम (SDM) को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें फड़ बाजार को शहर से बाहर स्थानांतरित करने की मांग की गई।

फड़ बाजार में बाहरी व्यापारियों का आगमन बढ़ता जा रहा है, जो बिना जीएसटी (GST) के कपड़े और अन्य सामान बेच रहे हैं। इससे न केवल सरकार को राजस्व का भारी नुकसान (Revenue Loss) हो रहा है, बल्कि स्थानीय व्यापारियों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। व्यापारी मनीष मोनी (Manish Moni), जो दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के युवा उपाध्यक्ष हैं, ने बताया कि फड़ बाजार के कारण सड़कों पर भीड़भाड़ और जाम की स्थिति बनी रहती है। पार्किंग की कोई व्यवस्था न होने से स्थानीय लोग और पर्यटक परेशान हैं। साथ ही, अव्यवस्थित बाजार में किसी भी दिन अप्रिय घटना (Untoward Incident) होने का खतरा बना रहता है। 

पंकज मैसोंन और उनकी टीम ने देहरादून के मेयर सौरभ थपलियाल (Mayor Saurabh Thapliyal) से भी मुलाकात की और इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। मेयर ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि नगर निगम (Municipal Corporation) इस फड़ बाजार के खिलाफ है और इसे जल्द से जल्द शहर के बाहर स्थानांतरित करने की योजना पर काम चल रहा है।

उन्होंने कहा, “हमने फड़ बाजार के आयोजकों को दो से तीन रविवार की मोहलत दी है। इसके बाद यह बाजार देहरादून के बाहर लगाया जाएगा।” इस बयान से व्यापारियों में उम्मीद की किरण जगी है। 

इस अवसर पर दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री पंकज डीडान (Pankaj Deedan), संयोजक केवल कुमार (Kewal Kumar) और त्रिवेश खुराना (Trivesh Khurana), युवा महामंत्री दिव्य सेठी (Divya Sethi), युवा सचिव अंकित वासन (Ankit Vasan) और शुभम गुलाटी (Shubham Gulati), और मीडिया प्रभारी उदित पांडेय (Udit Pandey) सहित कई अन्य व्यापारी मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में इस समस्या के समाधान की मांग की और स्थानीय प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की अपील की। 

यह मुद्दा न केवल देहरादून के व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि शहर की व्यवस्था और सुंदरता को बनाए रखने के लिए भी जरूरी है। फड़ बाजार को नियंत्रित करने और इसे व्यवस्थित रूप से शहर के बाहर ले जाने से न केवल स्थानीय व्यापारियों को राहत मिलेगी, बल्कि देहरादून की सड़कों पर जाम की समस्या (Traffic Congestion) से भी निजात मिलेगी। यह कदम सरकार के लिए भी फायदेमंद होगा, क्योंकि जीएसटी के माध्यम से राजस्व में वृद्धि (Revenue Growth) होगी। 

आने वाले दिनों में नगर निगम और जिला प्रशासन इस दिशा में क्या कदम उठाते हैं, यह देखना बाकी है। लेकिन व्यापारियों की एकजुटता और उनकी आवाज ने यह साफ कर दिया है कि देहरादून के लोग अपने शहर को व्यवस्थित और समृद्ध बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 

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