देहरादून : दून पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए पिछले 17 महीनों से फरार चल रहे एक खतरनाक अभियुक्त को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। यह अभियुक्त जानलेवा हमले के मामले में शामिल था और घटना के बाद से ही पुलिस की पकड़ से बचने के लिए लगातार छिपता फिर रहा था। इस मामले में पहले ही पुलिस ने उसके छह अन्य साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उनसे पूछताछ के दौरान इस फरार अभियुक्त का नाम सामने आया था, जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुट गई थी।
यह घटना 29 सितंबर 2023 की है, जब प्रेमनगर थाने में अंकित कुमार नाम के एक शख्स ने शिकायत दर्ज की थी। अंकित ने बताया कि रात के वक्त कुछ युवकों ने सड़क पर शराब पीकर हंगामा मचाया। जब उन्हें रोकने की कोशिश की गई, तो उन युवकों ने हॉकी स्टिक और धारदार हथियारों से अंकित पर हमला कर दिया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और तुरंत कार्रवाई शुरू की। शुरुआती जांच में छह अभियुक्तों को पकड़कर जेल भेजा गया, लेकिन एक अभियुक्त, आदित्य उर्फ सोनू कुमार सिंह, फरार हो गया।
पुलिस के मुताबिक, यह अभियुक्त अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए बेहद सतर्क था। वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहा था, जिससे उसका पता लगाना मुश्किल हो गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष टीम बनाई और अभियुक्त की तलाश के लिए जरूरी निर्देश दिए। पुलिस ने मुखबिरों को सक्रिय किया, सुराग जुटाए और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस का सहारा लिया। कई महीनों की मेहनत के बाद आखिरकार 19 मार्च 2025 को प्रेमनगर के गडरिया मोहल्ला स्मिथनगर में पुलिस ने दबिश दी और अभियुक्त को धर दबोचा।
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम आदित्य उर्फ सोनू कुमार सिंह है, जो बिहार के औरंगाबाद जिले के महुली गांव का रहने वाला है। इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम में उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट, हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र बिष्ट, कांस्टेबल रॉबिन कुमार और हेड कांस्टेबल किरन कुमार शामिल थे। यह कार्रवाई दून पुलिस की सतर्कता और अनुभव का सबूत है, जिसने जनता में भरोसा कायम किया है।