Dehradun News : कर्नल से 85 लाख की ठगी करने वाले तीन अफ्रीकी नागरिक पंजाब से गिरफ्तार

Dehradun News : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक सनसनीखेज साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जहां एक रिटायर्ड कर्नल को 85 लाख रुपये का चूना लगाने वाले तीन अफ्रीकी नागरिकों को उत्तराखंड एसटीएफ ने पंजाब से गिरफ्तार किया है।

इन ठगों ने फेसबुक के जरिए कर्नल को अपने जाल में फंसाया और हर्बल बीजों के कारोबार का झांसा देकर मोटी रकम ऐंठ ली। लेकिन जब बीजों की डिलीवरी नहीं हुई, तो ठगी का पर्दाफाश हुआ। जांच में सामने आया कि जिस किसान से डील हुई, वह पूरी तरह फर्जी था। आइए, इस मामले की पूरी कहानी जानते हैं।

फेसबुक बना ठगी का हथियार

उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर क्राइम टीम ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए तीन अफ्रीकी नागरिकों—हेनरी जेरी, नाकिगोजी फीजा और एलिजाबेथ—को पंजाब से गिरफ्तार किया। इन ठगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक का इस्तेमाल करके कर्नल को अपने झांसे में लिया। आकर्षक ऑफर और मोटे मुनाफे का लालच देकर इन्होंने कर्नल से लाखों रुपये ठग लिए। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

क्या है पूरा मामला?

एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह ने बताया कि देहरादून के रिटायर्ड कर्नल सुरजीत सिंह ने इस साल 12 जून को शिकायत दर्ज कराई थी। उनकी शिकायत के मुताबिक, फेसबुक पर सारा वाल्टर नाम की एक महिला ने उनसे संपर्क किया।

उसने खुद को यूक्रेन की रहने वाली और यूके के ब्रिस्टल में रायल इंफर्मरी अस्पताल में नर्स के रूप में काम करने वाली बताया। इस महिला ने कर्नल को एक फ्रैंक नाम के शख्स से मिलवाया, जो खुद को एबाट फार्मास्युटिकल कंपनी का क्रय प्रबंधक बता रहा था।

हर्बल बीजों का लालच

आरोपियों ने कर्नल को दुर्लभ हर्बल बीजों के कारोबार का लालच दिया, जिनका इस्तेमाल कैंसर, डिप्रेशन और अन्य बीमारियों की दवाओं में होता है। कर्नल को बताया गया कि उन्हें भारतीय हर्बल बीजों के स्थानीय खरीददार के तौर पर काम करना है। इन बीजों की कीमत 81 हजार रुपये प्रति पैकेट (लगभग 1,000 डॉलर) थी, और इन्हें 2,000 डॉलर प्रति पैकेट में बेचा जाना था।

कर्नल ने पहले 100 पैकेट का ऑर्डर दिया और इसके लिए अरुणाचल प्रदेश के एक कथित किसान सोनम थापा को 12 से 29 जून के बीच कई खातों में 85 लाख रुपये का ऑनलाइन भुगतान किया। लेकिन बीजों की डिलीवरी कभी नहीं हुई।

फर्जी किसान, असली ठगी

जब कर्नल ने सोनम थापा के बारे में जानकारी जुटाई, तो पता चला कि वह किसान पूरी तरह फर्जी था। इसके बाद एसटीएफ की साइबर क्राइम टीम ने मामले की गहराई से जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि इस ठगी के पीछे अफ्रीकी नागरिकों का हाथ था। टीम ने पंजाब में छापेमारी कर तीनों आरोपियों को धर दबोचा। एसएसपी नवनीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है और जल्द ही अन्य संदिग्धों के नाम भी सामने आ सकते हैं।

साइबर ठगी से सावधान 

यह मामला एक बार फिर साइबर ठगी के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करता है। सोशल मीडिया के जरिए ठग लोग आसानी से भोले-भाले लोगों को निशाना बना रहे हैं। उत्तराखंड एसटीएफ की इस कार्रवाई ने भले ही तीन ठगों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया, लेकिन ऐसे मामलों से बचने के लिए आम लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।