Dehradun News : उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी ने संगठन में जबरदस्त उलटफेर कर दिया है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को हटा दिया और उनकी जगह पार्टी के सीनियर नेता गणेश गोदियाल को उत्तराखंड कांग्रेस की कमान सौंप दी। ये बदलाव पार्टी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल के जारी पत्र से हुआ है।
पत्र में चकराता से विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को कैंपेन कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। वहीं, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। देर शाम कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने लंबे इंतजार के बाद उत्तराखंड कांग्रेस के साथ-साथ जिला और शहर कांग्रेस अध्यक्षों की लिस्ट भी जारी कर दी।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया चेयरमैन राजीव महर्षि ने बताया कि गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। प्रीतम सिंह चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और हरक सिंह रावत चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष होंगे। करन माहरा को अब कांग्रेस कार्य समिति का विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। साथ ही मनोज यादव को प्रदेश कांग्रेस का सह प्रभारी नियुक्त किया गया है।
गणेश गोदियाल का राजनीतिक सफर: जीत से हार तक का रोचक किस्सा
गणेश गोदियाल का राजनीतिक करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। वो पहले भी उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। साल 2002 में थैलीसैंण विधानसभा सीट से अपना पहला चुनाव लड़ते हुए उन्होंने जीत हासिल की। हैरानी की बात ये कि पहले ही चुनाव में गणेश गोदियाल ने बीजेपी के दिग्गज नेता रमेश पोखरियाल निशंक को धूल चटा दी।
लेकिन 2007 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार मिली। 2012 में परिसीमन के बाद थलीसैंण श्रीनगर विधानसभा का हिस्सा बन गया। इस बार श्रीनगर से चुनाव लड़ते हुए गोदियाल ने बीजेपी के धन सिंह रावत को हराकर फिर जीत दर्ज की। इस जीत ने कांग्रेस में उनका कद और बढ़ा दिया। वो कभी सतपाल महाराज के करीबी माने जाते थे, लेकिन महाराज के बीजेपी जॉइन करने के बाद गोदियाल को पार्टी में आगे बढ़ने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी।
2017 के विधानसभा चुनाव में श्रीनगर से ही लड़े गोदियाल, लेकिन मोदी लहर के सामने टिक नहीं पाए और धन सिंह रावत से हार गए। 2021 में कांग्रेस ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी और 22 जुलाई 2021 को उत्तराखंड कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया। 2022 के विधानसभा चुनाव में फिर श्रीनगर से मैदान में उतरे, लेकिन दोबारा हार का सामना करना पड़ा। हार के बाद अध्यक्ष पद भी गंवाना पड़ा।
2024 में गढ़वाल लोकसभा सीट से कांग्रेस टिकट पर लड़े, मगर बीजेपी के अनिल बलूनी ने उन्हें मात दे दी। गणेश गोदियाल मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के कंडारस्यूं भहेड़ी गांव के रहने वाले हैं। अब उनकी वापसी से कांग्रेस में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है।
