देहरादून : दून पुलिस ने एक सिरफिरे शख्स की दबंगई को खत्म करते हुए उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। यह शख्स एक महिला को देसी तमंचा दिखाकर डराने और जान से मारने की धमकी दे रहा था। पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक अवैध देसी तमंचा भी बरामद किया। दरअसल, यह मामला पैसों के लेन-देन को लेकर शुरू हुए विवाद से जुड़ा था, जो काफी समय से चल रहा था। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और मजबूत रणनीति ने इस घटना को गंभीर होने से पहले ही नियंत्रित कर लिया।
कोतवाली कैंट में यह घटना तब सामने आई जब प्रिया थापा नाम की एक महिला ने पुलिस को लिखित शिकायत दी। उन्होंने बताया कि 7 मार्च 2025 को सुमित बेदी नाम का व्यक्ति उनकी बहन के घर आया और देसी तमंचा दिखाकर उन्हें धमकाने लगा। इतना ही नहीं, उसने तमंचे से फायरिंग का वीडियो बनाया और डराने के इरादे से उन्हें भेज दिया।
प्रिया की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया। कोतवाली कैंट में मुकदमा संख्या 40/25 दर्ज कर बीएनएस की धारा 115(2), 333, 351(2), और 352 के तहत कार्रवाई शुरू की गई।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अभियुक्त की गिरफ्तारी के सख्त निर्देश दिए। इसके बाद एक विशेष पुलिस टीम बनाई गई, जिसने स्थानीय मुखबिरों की मदद से सुराग जुटाए। 18 मार्च 2025 को पंडितवाडी इलाके से पुलिस ने सुमित बेदी को धर दबोचा।
पूछताछ में उसने कबूल किया कि प्रिया थापा के साथ उसका पैसों के लेन-देन को लेकर पुराना झगड़ा था। इसी गुस्से में उसने धमकी दी और तमंचे से फायरिंग का वीडियो भेजा। उसने यह भी बताया कि तमंचा उसके एक दोस्त का था, जो मर चुका है, और उसकी मौत के बाद सुमित ने इसे अपने पास रख लिया।
गिरफ्तार अभियुक्त सुमित बेदी, जो देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में रहता है, 42 साल का है। पुलिस ने उसके पास से अवैध तमंचा बरामद कर लिया है। इस ऑपरेशन में अ0उ0नि0 महेंद्र सिंह नेगी, का0 तरुण नेगी, और का0 अजय कुमार की टीम ने अहम भूमिका निभाई। दून पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है और लोगों ने राहत की सांस ली है।