Dehradun Dog Attack : देहरादून में खूंखार कुत्तों के हमलों से त्रस्त लोगों को बड़ी राहत मिली है। जिलाधिकारी सविन बंसल के सख्त निर्देश पर शिमला बाइपास स्थित बदमाश डॉग बोर्डिंग हाउस को सील कर दिया गया।
यह सेंटर बिना लाइसेंस के चल रहा था और यहां खतरनाक नस्ल के कुत्ते रखे जा रहे थे। डीएम ने कुत्तों के काटने की बढ़ती घटनाओं पर संज्ञान लिया और कार्रवाई के आदेश दिए। यह अभियान अब आगे भी जारी रहेगा, ताकि शहर सुरक्षित बने।
अवैध पेट शॉप्स पर जांच कमेटी का एक्शन
जिले में अवैध पेट शॉप और केयर सेंटर्स की शिकायतें मिलने के बाद जिलाधिकारी ने एक कमेटी गठित की। प्रतिबंधित कुत्तों की नस्लों की जानकारी पर यह कदम उठाया गया। कमेटी ने बदमाश बोर्डिंग फैसिलिटी का स्थलीय निरीक्षण किया और अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपी।
निरीक्षण में पता चला कि तीन मंजिला मकान पर बोर्डिंग फैसिलिटी का बैनर लगा था। बैनर पर बदमाश बोर्डिंग हाउस एंड क्रॉकरी का जीएसटी नंबर और अन्य डिटेल्स लिखी हुई थीं।
कमेटी को नहीं मिला कोई सहयोग, क्या मिला अंदर?
कमेटी के सदस्यों ने मुख्य द्वार पर कई बार घंटी बजाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। ऊपर देखा तो तीसरी मंजिल पर दो व्यक्ति काम कर रहे थे। कमेटी ने ऊपर जाकर बात करने का फैसला किया।
पहली मंजिल पर कोई पशु नहीं मिला। दूसरी मंजिल में दो पर्शियन बिल्लियां घूमती हुईं दिखीं और बालकनी में सात-आठ पक्षी थे। बालकनी को अंदर से तार की बाड़ से घेरा गया था। तीसरी मंजिल पर चार कुत्ते एक कमरे में बंद पाए गए, जिनमें एक गोल्डन रिट्रीवर और एक पिटबुल शामिल था।
तीसरी मंजिल पर काम कर रहे दो व्यक्तियों से बात की तो उन्होंने बताया कि वे वेल्डिंग का काम कर रहे हैं। उन्होंने बिना अनुमति घर में घुसने से रोका और कोई सहयोग नहीं किया। पूरे हाउस में पेट्स रखने की कोई उचित व्यवस्था नहीं थी और न ही कोई वैध लाइसेंस दिखाया गया।
डीएम का बड़ा ऐलान: सभी जानवर NGO को, कार्रवाई जारी
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि शिमला बाइपास रोड पर अवैध रूप से चल रहे इस व्यावसायिक डॉग केयर सेंटर को एसडीएम कुमकुम जोशी और उनकी टीम ने सील कर दिया। हाउस में मिले सभी 10 जानवर, जिनमें श्वान और बिल्लियां शामिल हैं, को एनजीओ को सौंपा जाएगा। शहर में कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ने पर जिले के बिना लाइसेंस वाले पेट शॉप और केयरिंग सेंटर्स पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
