लालकुआं, ज़फर अंसारी
लालकुआं के हल्दूचौड़ में बरेली-नैनीताल नेशनल हाईवे पर बने कट की वजह से बीती रात एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें स्थानीय युवक दीपक जोशी की जान चली गई। इस घटना से गुस्साए लोगों ने हाईवे प्रशासन के खिलाफ जमकर नाराजगी जताई और विरोध प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में जमा हुए ग्रामीणों ने हाईवे पर बने कटों को हादसों की वजह बताया और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लोगों को शांत कराने की कोशिश की और जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
हल्दूचौड़ के पास बरेली-नैनीताल हाईवे पर आए दिन होने वाले हादसों ने लोगों का गुस्सा भड़का दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे पर बने कई छोटे-बड़े कट हादसों की बड़ी वजह हैं, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा। बीती रात भी एक कार की टक्कर से दीपक जोशी की मौत हो गई।
गुस्साए लोगों ने हल्दूचौड़ व्यापार मंडल के अध्यक्ष खीम सिंह बिष्ट के नेतृत्व में हाईवे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और विरोध जताया। उन्होंने मांग की कि हाईवे पर कट बंद किए जाएं, सर्विस रोड बनाई जाए, तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण के लिए ब्लिंकर लगाए जाएं और चौराहों पर हाईमास्ट लाइट्स व सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंचे परिवहन विभाग की तकनीकी अधिकारी अपराजिता पांडे, पुलिस क्षेत्राधिकारी दीपशिखा अग्रवाल, कोतवाल दिनेश चंद्र फर्त्याल, कानूनगो मनोज कुमार सिंह, राजस्व उपनिरीक्षक लक्ष्मीनारायण यादव, राजस्व अधिकारी पूजा रानी और हल्दूचौड़ चौकी प्रभारी शंकर नयाल ने लोगों की बात सुनी।
इस दौरान ग्रामीणों और अधिकारियों के बीच तीखी बहस भी हुई। अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया और लोगों की मांगों पर जल्द कार्रवाई का वादा किया। अपराजिता पांडे ने कहा कि उन्होंने लोगों की शिकायतें सुनी हैं और जल्द ही इसकी रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। इसके बाद जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
पुलिस क्षेत्राधिकारी दीपशिखा अग्रवाल ने बताया कि हादसे की वजह हाईवे पर बना कट बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मांग को ध्यान में रखते हुए कट बंद करने और अन्य समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी। ग्रामीणों ने साफ कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे और बड़ा प्रदर्शन करेंगे। लोगों का कहना है कि बीते दो सालों से सर्विस रोड और अन्य सुविधाओं की मांग उठ रही है, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।