स्वास्थ्य विभाग ने कसा शिकंजा, अवैध लैबों को किया सील, जल्द ही बन्द होंगे फ़र्ज़ी अस्पताल
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा। स्वास्थ्य विभाग ने फ़र्ज़ी अस्पतालों और अवैध रूप से चलाई जा रही पैथोलॉजी लैबो पर शिकंजा कसते हुए दो लैबो तथा एक झोलाछाप के क्लीनिक को सील कर दिया है। जबकि एक अन्य बवासीर के अस्पताल से कुछ इंजेक्शन व वँहा रखे हुए कुछ यंत्रों को अपने कब्जे में लिया गया है । इस कार्यवाही के होने से नगर व क्षेत्र भर के झोलाछापो में हड़कंप मचा हुआ है।
पिछले एक सप्ताह से लगातार फ़र्ज़ी अस्पतालों और अवैध रूप से चलाई जा रही पैथोलॉजी लैबो पर ए सी एम ओ डॉ संजीव बेलवाल ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ छापेमारी कर नगर के बाबू रामपाल सिंह द्वार के पास स्थित दो लैबो को सील कर दिया है। जबकि निकटवर्ती गांव फरीदनगर में टीम ने एक झोलाछाप के क्लिनिक को सील कर दिया है। इसके अलावा नगर के तिकोनिया के समीप एक बवासीर के अस्पताल पर पँहुची टीम ने कुछ इंजेक्शन व बवासीर के इलाज में काम आने वाले कुछ यंत्रो को भी अपने कब्जे में लिया है।
बताते चलें कि हाल ही में नगर के स्वास्थ्य केंद्र में निरीक्षण के लिए पँहुचे मुख्यचिकित्साधिकारी डॉ कुलदीप सिंह के समक्ष नगर के फ़र्ज़ी अस्पताल और अवैध रूप से चलाई जा रही पैथोलॉजी लैबो का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया था। इस मामले को लेकर मुख्यचिकित्साधिकारी ने कहा था कि शीघ्र ही टीम बनाकर ऐसे अस्पतालों और लैबो कि जाच कराई जाएगी। मंगलवार को जब नगर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की कार्यवाही शुरू की तो झोलाछापो में हड़कंप मच गया और कई फ़र्ज़ी अस्पतालों और अवैध पैथोलॉजी लैबो के शटर गिर गए और वँहा ताले लटक गए।बताते चलें कि हाल ही में नगर के तिकोनिया बस स्टेंड के निकट स्थित एक अस्पताल में जच्चा महिला की हालत अस्पताल की लापरवाही के कारण बिगड़ गई थी और जब वह गम्भीर अवस्था में चली गई थी तो उक्त अस्पताल के झोलाछापो ने हाथ खड़े कर दिए थे और महिला को रैफर कर दिया था। महिला के परिजन उसे इधर उधर लिए फिरते रहे और बाद में उसकी मौत हो गई थी। तब मृतका के शव को इसी अस्पताल में लाकर परिजनों द्वारा हंगामा किया गया था और मौके पर पँहुची पुलिस ने किसी तरह परिजनों को शांत किया था। इस मामले में मृतक महिला के परिजनों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी मामले की शिकायत की थी। अब देखना होगा कि आज हुई स्वास्थ्य विभाग की इस कार्यवाही के बाद जो अवैध लैब सील की गई हैं उनपर क्या कार्यवाही की जाती है और बाकी अवैध रूप से चलाए जा रहे फ़र्ज़ी अस्पताल कब बन्द कराये जाएंगे।