दुल्हन ने छठे फेरे लेने के दौरान कहा में नहीं कर सकती शादी, बड़ी वजह बताई
कन्नौज। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद से शादी का एक चौंकाने वाला वाक्या सामने आया है। बारात आई, शादी की सभी रस्में पूरी हो रही थीं, तभी आखिरी वक्त में दुल्हन ने शादी करने से मना कर दिया। दुल्हन ने अग्नि के छठे फेरे लेने के दौरान अपनी शादी तोड़ दी, जिसके बाद हड़कंप मच गया। मामला फर्रुखाबाद की कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र का है।
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के हाथी खाना मोहल्ले के निवासी अशोक बाथम की पुत्री रीना की बारात 23 नवंबर को कन्नौज के गुरसहायगंज क्षेत्र के गांधीनगर मोहल्ला से आई थी। प्रमोद के पुत्र सचिन बारात लेकर आया था। बारात आने के बाद दुल्हन पक्ष ने बारात का स्वागत-सत्कार किया। द्वारचार किया गया। सुबह बारात को नाश्ता देने के बाद सचिन को विवाह के लिए बुलाया गया। हिंदू रीति-रिवाज से हो रहा विवाह संपन्न होने लगा।
धोखा दे गई दूल्हे की किस्मत
विवाह के दौरान दूल्हा-दुल्हन फेरे ले रहे थे। इस दौरान छठे फेरे पर दूल्हे की किस्मत धोखा दे गई और वह किसी तरह मंडप में गिर गया। दूल्हा क्या गिरा, कन्या ने शादी करने से इनकार कर दिया। छठे फेरे के बाद कन्या मंडप से उठ गई और दूल्हा को मंडप से भगा दिया गया। इसके बाद शादी करने को लेकर काफी प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं बनी। कन्या अपने फैसले से टस से मस नहीं हुई। अब दूल्हा सचिन के पिता ने तहरीर देकर जेवर वापस दिए जाने की गुहार लगाई है।
जेवर वापस करने की लगाई गुहार
दूल्हा के पिता प्रमोद बाथम ने फतेहगढ़ कोतवाली में तहरीर दी, जिसमें कहा कि वह अपने बेटे सचिन की बारात लेकर फतेहगढ़ के मोहल्ला हाथी खाना निवासी अशोक बाथम की पुत्री के साथ शादी करने के लिए आया था। छठे फेरे पर किसी तरह से सचिन का पैर फिसल गया और वह गिर गया, जिससे मोहल्ले वालों ने सचिन के दौरे पड़ने की बात कहकर कन्या को समझा दिया, जिस पर अशोक ने बारात वापस कर दी। अशोक बाथम ने उसका जेवर रख लिया है, जिसे वापस दिलाया जाए और दुल्हन बनी रीना ने दूल्हा बने सचिन के साथ शादी करने से साफ इनकार कर रही है। कुछ बाराती अपने घर को वापस चले गए हैं।