अखिलेश का समाजवाद अवसरवादी, शिवपाल का लठैत: योगी

अखिलेश का समाजवाद अवसरवादी, शिवपाल का लठैत: योगी
 

मैनपुरी | यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने मैनपुरी में कहा कि समाजवाद के अलग-अलग ब्रांड एक खानदान में दिख जाते हैं। शिवपाल का समाजवाद है जिसकी लाठी, उसकी भैंस। यह इनका लठैत समाजवाद है। कहा कि अखिलेश का समाजवाद अवसरवादी है।

समाजवादी पार्टी को खूब धोया। शुक्रवार को सीएम ने लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य के लिए जनसभा की। एक ओर जहां समाजवाद के नाम पर परिवारवाद को बढ़ाने वाले शिवपाल, रामगोपाल और अखिलेश यादव उनके निशाने पर रहे तो वहीं दूसरी तरफ सीएम ने कहा कि समाजवादी पार्टी हर उपचुनाव में डिंपल जी को हारने के लिए आगे करती है। मैनपुरी लोकसभा में अब समाजवाद नहीं, रामराज्य आएगा।

सीएम ने तंज कसा कि यह जेपी व लोहिया का समाजवाद नहीं है। चाचा शिवपाल लोहिया के बारे में लिखते हैं, लेकिन उन्हें मालूम नहीं कि क्या लिख रहे हैं। समाजवाद के अलग-अलग ब्रांड एक खानदान में दिख जाते हैं। शिवपाल का समाजवाद है जिसकी लाठी, उसकी भैंस। यह इनका लठैत समाजवाद है। प्रो. रामगोपाल यादव का समाजवाद पूंजीवाद में बदल गया। सभी धरती गोपाल की। नोएडा से फिरोजाबाद तक जो भी धरती दिखाई देती थी, सपा सरकार में उन्होंने व शागिर्दों ने हथियाने में कोताही नहीं की। अखिलेश का समाजवाद अवसरवादी है।

सीएम ने कहा कि शिवपाल के साथ क्या हुआ,सब जानते हैं। पिछली बार जसवंत नगर नेता जी के नाते मिल गई। अगली बार वह भी नहीं मिलने वाली। जब भी सपा चुनाव हारती है तो पहले ही बहाना करती है। ईवीएम से 2012 में सरकार आपकी बनी। कई सांसद आपके जीते। कभी अपने कारनामे नहीं देखते। जब भी चुनाव हारना होता तो यह लोग आरोप-प्रत्यारोप करते और बेचारी डिंपल जी को चुनाव लड़ाकर हारने भेज देते। फिरोजाबाद और कन्नौज में भी यही किया। चुनाव हारना है तो उन्हें आगे कर देते हैं।

सीएम ने कहा कि मैनपुरी लोकसभा को समाजवाद नहीं, रामराज्य चाहिए। जहां बिना भेदभाव योजनाओं का लाभ हर नौजवान, गरीब, किसान, बहन-बेटियों को मिले। 5 दिसंबर को निर्णायक लड़ाई में अपने बूथ को संभालते हुए कमल व रघुराज सिंह शाक्य को ध्यान में रखते हुए ईवीएम का बटन दबाइए, चुनाव में जीतने की गारंटी पाइए।

सीएम ने कहा कि 8 महीने पहले विधानसभा चुनाव हुए थे। मैनपुरी में विधायक जयवीर सिंह, भोगांव से रामनरेश अग्निहोत्री लगातार जनता की सेवा में हैं, लेकिन करहल में जीतने के बाद जनता ने दूसरी बार विधायक के दर्शन नहीं किए, हमारे केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल जनता के लिए वहां 27 बार गए। सपा नाम रखना जनता को भ्रम में रखने जैसा है। इन्होंने सिर्फ परिवार का विकास किया।