Dehradun News : देहरादून की सड़कों पर बढ़ते उल्लंघनों को रोकने के लिए दून पुलिस ने “ऑपरेशन लगाम” के तहत सख्त कार्रवाई शुरू की है। यह अभियान न केवल शहर की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि आम नागरिकों को एक सुरक्षित और अनुशासित माहौल प्रदान करने का भी प्रयास है।
सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना, वाहनों में अवैध हथियार रखना, रैश ड्राइविंग, स्टंट ड्राइविंग, और अनधिकृत रूप से हूटर या काली फिल्म का उपयोग जैसे अपराधों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। पिछले एक सप्ताह में इस अभियान ने शहर में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एक सप्ताह में 1753 चालान, लाखों का जुर्माना
देहरादून पुलिस ने “ऑपरेशन लगाम” के तहत बीते सप्ताह में 1753 लोगों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की। इस दौरान 5,50,510 रुपये का जुर्माना वसूला गया। इसके अलावा, 368 लोगों के खिलाफ माननीय न्यायालय में चालान पेश किए गए, जबकि 126 व्यक्तियों को पुलिस अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया।
यह कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ थी, जो शराब पीकर गाड़ी चलाते पकड़े गए, सड़कों पर स्टंटबाजी करते देखे गए, या फिर वाहनों में मॉडिफाइड साइलेंसर और अनधिकृत हूटर का उपयोग करते पाए गए। यह आंकड़े दून पुलिस की सक्रियता और कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाते हैं।
क्यों शुरू हुआ ऑपरेशन लगाम?
देहरादून में बढ़ते सड़क हादसों और सार्वजनिक स्थानों पर अशांति के मामलों को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून ने “ऑपरेशन लगाम” शुरू करने के निर्देश दिए। इस अभियान का मकसद उन सभी गतिविधियों पर रोक लगाना है, जो शहर की शांति और सुरक्षा को भंग करती हैं।
खास तौर पर, युवाओं द्वारा सड़कों पर स्टंट ड्राइविंग और मॉडिफाइड साइलेंसर से होने वाले शोर ने स्थानीय निवासियों की शिकायतें बढ़ा दी थीं। इसके जवाब में पुलिस ने सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार निगरानी और कार्रवाई सुनिश्चित करें।
नागरिकों के लिए एक सुरक्षित देहरादून
“ऑपरेशन लगाम” केवल नियम तोड़ने वालों को सजा देने का अभियान नहीं है, बल्कि यह शहर के नागरिकों को एक सुरक्षित और अनुशासित माहौल देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। सड़कों पर रैश ड्राइविंग और शराब पीकर वाहन चलाने जैसे अपराध न केवल चालक की जान को खतरे में डालते हैं, बल्कि अन्य लोगों की सुरक्षा को भी प्रभावित करते हैं। इस अभियान के जरिए पुलिस यह संदेश देना चाहती है कि नियमों का पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।