1 Jun 2025, Sun

ऋषिकेश बंजी जंपिंग हादसे का वायरल वीडियो निकला नकली! पुलिस ने दी कड़ी चेतावनी

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो ने तहलका मचा दिया, जिसमें दावा किया गया कि उत्तराखंड (Uttarakhand) के ऋषिकेश (Rishikesh) में बंजी जंपिंग (Bungee Jumping) के दौरान एक एलिवेटेड प्लेटफॉर्म ढह गया, जिससे तीन लोग खाई में गिर गए। यह वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया और लोगों में दहशत फैल गई।

लेकिन अब देहरादून पुलिस (Dehradun Police) ने इस वीडियो की सच्चाई का खुलासा कर दिया है। जांच में सामने आया कि यह वीडियो पूरी तरह से भ्रामक और AI जनरेटेड (AI Generated) है। आइए, इस खबर की गहराई में उतरकर समझते हैं कि आखिर क्या है इस वायरल वीडियो का सच और क्यों हमें सोशल मीडिया पर हर खबर पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए।

वायरल वीडियो ने फैलाई अफवाह

सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहे इस वीडियो में दिखाया गया कि एक बंजी जंपिंग एलिवेटेड प्लेटफॉर्म (Elevated Platform) पर तीन लोग खड़े हैं, और अचानक वह प्लेटफॉर्म ढह जाता है, जिससे लोग नीचे गिर जाते हैं। वीडियो के साथ दावा किया गया कि यह हादसा ऋषिकेश (Rishikesh) के किसी रिसॉर्ट में हुआ।

इस खबर ने न केवल स्थानीय लोगों में डर पैदा किया, बल्कि पर्यटन (Tourism) के लिए मशहूर इस शहर की छवि को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। सोशल मीडिया यूजर्स ने बिना सत्यापन के इस वीडियो को शेयर करना शुरू कर दिया, जिससे अफवाहों का बाजार गर्म हो गया।

दून पुलिस की त्वरित कार्रवाई

देहरादून (Dehradun) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP Dehradun) ने इस वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए। पुलिस और अन्य एजेंसियों ने गहन छानबीन की, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ। जांच में पाया गया कि यह वीडियो AI तकनीक (AI Technology) से बनाया गया है और इसका ऋषिकेश (Rishikesh) से कोई लेना-देना नहीं है।

बल्कि, वीडियो में दिखाया गया बंजी जंपिंग प्लेटफॉर्म नेपाल (Nepal) के एक रिसॉर्ट, द क्लिफ (The Cliff) से मिलता-जुलता है। कुछ शरारती तत्वों ने इस वीडियो को गलत तरीके से ऋषिकेश (Rishikesh) से जोड़कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की।

सोशल मीडिया पर पुलिस की पैनी नजर

देहरादून पुलिस (Dehradun Police) ने साफ किया कि वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (Social Media Platforms) पर लगातार नजर रख रही है। भ्रामक खबरें (Fake News) फैलाने वालों की पहचान की जा रही है, और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई (Legal Action) की जाएगी।

पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसी फर्जी खबरें न केवल लोगों में भय पैदा करती हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द और स्थानीय पर्यटन (Tourism) को भी नुकसान पहुंचाती हैं। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी खबर को बिना आधिकारिक पुष्टि (Official Confirmation) के शेयर न करें, क्योंकि ऐसा करना कानूनी परेशानी का कारण बन सकता है।

लोगों से सतर्कता की अपील

देहरादून पुलिस (Dehradun Police) ने जनता से अनुरोध किया है कि सोशल मीडिया पर किसी भी पोस्ट को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की जांच जरूर करें। खासकर, जब बात ऋषिकेश (Rishikesh) जैसे पर्यटन स्थल की हो, जो हर साल लाखों सैलानियों को आकर्षित करता है।

फर्जी खबरें (Fake News) न केवल लोगों में गलतफहमी पैदा करती हैं, बल्कि उत्तराखंड (Uttarakhand) जैसे खूबसूरत राज्य की छवि को भी धूमिल कर सकती हैं। पुलिस ने यह भी चेतावनी दी कि भ्रामक सामग्री (Misleading Content) फैलाने वालों के खिलाफ साइबर क्राइम (Cyber Crime) के तहत कार्रवाई की जाएगी।

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