7 Jun 2025, Sat

कश्मीर में हिंदुओं की हत्या पर तपोवन में फूटा गुस्सा, हमले के विरोध में सड़कों पर उतरे व्यापारी 

Dehradun News : 27 अप्रैल 2025 को कश्मीर में हिंदू यात्रियों पर हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस जघन्य कृत्य के विरोध में उत्तराखंड के तपोवन क्षेत्र में स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने एकजुट होकर अपना गुस्सा जाहिर किया।

दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के नेतृत्व में तपोवन में बाजार दोपहर 12 बजे तक बंद रहे, और सैकड़ों लोगों ने सड़कों पर उतरकर आक्रोश प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान का पुतला दहन कर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया। यह प्रदर्शन न केवल गुस्से का प्रतीक था, बल्कि एकता और संकल्प का भी परिचायक बना।

तपोवन में एकजुटता की मिसाल

दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष पंकज मैसोंन के निर्देश पर तपोवन इकाई अध्यक्ष भुवन पालीवाल ने इस आक्रोश प्रदर्शन का नेतृत्व किया। सुबह से ही तपोवन के दुर्गा मंदिर, देवलोक कॉलोनी में लोग जमा होने लगे। हाथों में बैनर, तख्तियां और आतंकवाद के खिलाफ नारे लिखे हुए पोस्टर लिए प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे।

भीड़ ने काली मंदिर तक मार्च किया और वहां पाकिस्तान का पुतला जलाकर अपने गुस्से को अभिव्यक्त किया। इस प्रदर्शन में व्यापारियों के साथ-साथ महिलाएं, युवा और बुजुर्ग भी शामिल हुए, जिसने तपोवन की एकता को और मजबूत किया।

आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश

प्रदर्शन के दौरान भुवन पालीवाल ने भारत सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, “ऐसी सजा दी जाए कि कोई भी भारत की ओर आंख उठाकर न देखे।” उन्होंने तपोवन के सभी व्यापारियों और नागरिकों का इस एकजुटता के लिए आभार जताया और भविष्य में भी इसी तरह साथ देने की अपील की।

दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री अमित शाह ने भी रैली में हिस्सा लिया और कहा कि तपोवन के लोग हर चुनौती में एक साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने सभी से सामाजिक और धार्मिक एकता को और मजबूत करने का आह्वान किया।

सामाजिक एकता और जागरूकता की अपील

उपाध्यक्ष अजय काम्बोज ने हिंदू समुदाय से एकजुट रहने की बात कही और स्थानीय लोगों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध या अराजक तत्व को दुकान या मकान किराए पर न दें। कार्यकारिणी सदस्य वासु सिंह ने कश्मीर में मारे गए निर्दोष हिंदुओं के प्रति गहरा दुख जताया और कहा कि ऐसी घटनाएं देश के लिए एक चेतावनी हैं। वहीं, मंत्री पवन सैनी ने माताओं और बहनों से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों को हिंदू धर्म और संस्कृति का ज्ञान दें ताकि नई पीढ़ी अपनी जड़ों से जुड़ी रहे।

तपोवन की भावनाओं का प्रतीक बना प्रदर्शन

यह आक्रोश प्रदर्शन केवल एक विरोध तक सीमित नहीं था, बल्कि यह तपोवन के लोगों की भावनाओं और संवेदनाओं का प्रतीक बन गया। कश्मीर में हुए इस आतंकी हमले ने जहां एक ओर लोगों में दुख और गुस्सा भरा, वहीं दूसरी ओर इसने सामुदायिक एकता को और मजबूत किया। प्रदर्शन में धर्मेंद्र सिंह, विनोद सेमवाल, पवन मनवाल, पंकज मनवाल, इमरान सिद्दीकी, अमित सुंदरियाल, विपिन वर्मा, विकास पुंडीर, आयुष शुक्ला, अंकित शर्मा जैसे कई प्रमुख व्यापारी और स्थानीय लोग शामिल हुए।

तपोवन के इस प्रदर्शन ने साफ कर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाने में कोई पीछे नहीं रहेगा। यह प्रदर्शन न केवल कश्मीर में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि थी, बल्कि यह एक संकल्प भी था कि देश की एकता और अखंडता को कोई कमजोर नहीं कर सकता। तपोवन के लोगों ने यह संदेश दिया कि वे हर चुनौती में एक साथ खड़े रहेंगे और आतंकवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।

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