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पुष्प वर्षा के साथ खुलेगा चारधाम का द्वार, जानें तारीखें

By: Sansar Live Team

On: Monday, April 14, 2025 2:46 PM

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Chardham Yatra 2025 : उत्तराखंड की पवित्र चारधाम यात्रा हर साल लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था और शांति का प्रतीक रही है। इस बार यह पवित्र यात्रा 30 अप्रैल 2025 से शुरू होने जा रही है, जिसका उत्साह अभी से देखने को मिल रहा है। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर खुलेंगे, जबकि केदारनाथ और बदरीनाथ धाम क्रमशः 2 मई और 4 मई को अपने द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोलेंगे। आइए, इस यात्रा की तैयारियों और खासियतों के बारे में जानते हैं, जो इसे और भी यादगार बनाने जा रही हैं।

कपाटोत्सव का भव्य आयोजन

चारधाम यात्रा का आगाज हर बार एक उत्सव की तरह होता है, और इस बार भी यह परंपरा और भव्यता का अनूठा संगम होगा। कपाट खुलने के दिन हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी, जो इस पवित्र क्षण को और भी दिव्य बनाएगी। पर्यटन विभाग इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए दिन-रात तैयारियों में जुटा है। सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण को पुष्प वर्षा और अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। यह नजारा न केवल श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक होगा, बल्कि प्रकृति और आस्था के बीच एक खूबसूरत तालमेल भी प्रस्तुत करेगा।

श्रद्धालुओं का उत्साह: रिकॉर्ड तोड़ पंजीकरण

चारधाम यात्रा के प्रति लोगों की आस्था का अंदाजा इस बार के पंजीकरण के आंकड़ों से लगाया जा सकता है। अब तक 16.81 लाख से अधिक तीर्थयात्री इस यात्रा के लिए पंजीकरण कर चुके हैं। सबसे ज्यादा उत्साह केदारनाथ धाम के लिए देखा गया है, जहां 5,71,813 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। इसके बाद बदरीनाथ धाम के लिए 5,03,991, गंगोत्री के लिए 3,00,907 और यमुनोत्री के लिए 2,78,085 पंजीकरण हुए हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि चारधाम यात्रा न केवल उत्तराखंड का, बल्कि पूरे देश का एक प्रमुख आध्यात्मिक आयोजन है।

क्यों खास है यह यात्रा?

चारधाम यात्रा सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि आत्मिक शांति और प्रकृति के सान्निध्य का अनुभव है। गंगोत्री और यमुनोत्री की पवित्र नदियों से लेकर केदारनाथ और बदरीनाथ की बर्फीली चोटियां, यह यात्रा हर कदम पर ईश्वर के करीब ले जाती है। इस बार कपाटोत्सव की भव्यता और सुगम व्यवस्थाएं इसे और भी खास बनाने जा रही हैं। पर्यटन विभाग ने यात्रियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण, आवास और परिवहन की व्यवस्था को और मजबूत किया है, ताकि हर श्रद्धालु इस अनुभव को बिना किसी परेशानी के जी सके।

तैयार रहें, आस्था की राह पर चलें!

चारधाम यात्रा का यह सीजन हर किसी के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो अपने जीवन में शांति और आध्यात्मिकता की तलाश में है। अगर आप भी इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो अभी से पंजीकरण कर लें और अपनी तैयारियां शुरू करें। 30 अप्रैल से शुरू होने वाला यह आध्यात्मिक उत्सव आपके दिल और आत्मा को एक नई ऊर्जा से भर देगा। तो देर न करें, चारधाम की पुकार सुनें और इस दिव्य यात्रा का हिस्सा बनें!

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