पंतनगर, 28 नवंबर 2025 : अगर आपको लगा कि महिलाओं को सिर्फ बातें करके सशक्त बनाया जाता है, तो ये खबर आपका सोच बदल देगी! हिन्दुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) ने पंतनगर में धमाकेदार मेगा क्रेडिट लिंकेज कैंप लगाया और एक ही दिन में 130 स्वयं सहायता समूहों की 1538 बहनों-बेटियों को कुल 3 करोड़ 11 लाख रुपये की कैश क्रेडिट लिमिट दे डाली। अब ये महिलाएँ अपने कारोबार खुद चलाएंगी, घर खुद चलाएंगी और सपने भी खुद पूरा करेंगी!
मुख्य अतिथियों ने क्या कहा दिल छू लेने वाला?
कार्यक्रम में उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक राजीव प्रकाश और हिन्दुस्तान जिंक पंतनगर यूनिट हेड अनामिका झा मुख्य अतिथि थे। राजीव प्रकाश जी ने महिलाओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा, “पैसा देना ही काफी नहीं, असली बात है कॉन्फिडेंस और मौका देना। आज इन बहनों ने दिखा दिया कि वो अपने गाँव-समुदाय को बदलने के लिए तैयार हैं। हमें गर्व है कि उत्तराखंड ग्रामीण बैंक उनका साथी बना।”
वहीं अनामिका झा ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) का सीएसआर हमेशा से महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण पर फोकस करता है। ये सिर्फ लोन नहीं, इन बहनों की नई जिंदगी है।
सखी प्रोजेक्ट की महिलाओं ने लूटी वाहवाही
हिन्दुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) के सीएसआर फ्लैगशिप प्रोजेक्ट “सखी” की 115 बहादुर महिलाओं ने कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सखी प्रोजेक्ट ग्रामीण महिलाओं को समूह में जोड़कर उन्हें बिजनेस, ट्रेनिंग और बैंकिंग सुविधा तक पहुँचाता है। इनकी मौजूदगी और जोश देखकर हर कोई तारीफ करते नहीं थक रहा था।
कार्यक्रम में सीएसआर हेड नमराह यशा, डिप्टी प्लांट हेड मुरुगन मणि, सखी टीम लीडर खेरुल निसा, सीनियर मैनेजर दीपक कोहली, बिजनेस मैनेजर दीपक पांडे समेत कई बड़े अफसर मौजूद रहे।
हिन्दुस्तान जिंक का बड़ा सामाजिक योगदान
राजस्थान और उत्तराखंड में हिन्दुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) ने अब तक 23 लाख से ज्यादा लोगों की जिंदगी छुई है। कंपनी मजबूत ग्रामीण अर्थव्यवस्था और समावेशी विकास के लिए लगातार काम कर रही है। इस मेगा कैंप ने एक बार फिर साबित कर दिया कि हिन्दुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) सिर्फ जिंक नहीं, सपने भी बनाता है!
