UPS 2025: अब न्यूनतम पेंशन होगी ₹10,000, जानिए कैसे मिलेगा पूरा फायदा
UPS 2025: भारत सरकार ने पेंशन व्यवस्था में कई बड़े बदलाव किए हैं, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू हो जाएंगे। इन बदलावों का सबसे ज्यादा असर केंद्रीय कर्मचारियों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (PSU) में काम करने वाले कर्मचारियों पर पड़ेगा। सरकार का मकसद है कि कर्मचारियों को मजबूत सुरक्षा और स्थिरता मिले, साथ ही सिस्टम को और पारदर्शी व आसान बनाया जाए। Unified Pension Scheme (UPS) जैसे नए कदम से लाखों कर्मचारियों की जिंदगी बदलने वाली है।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) लागू: NPS का नया विकल्प
सरकार ने Unified Pension Scheme (UPS) को मंजूरी दे दी है। यह स्कीम अब National Pension System (NPS) का मजबूत विकल्प बनेगी। जो कर्मचारी NPS के तहत हैं, वे UPS चुन सकते हैं। लेकिन याद रखें, UPS चुनने का फैसला सिर्फ एक बार ही लिया जा सकता है और इसे बाद में बदला नहीं जा सकेगा। UPS के तहत कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना (OPS) जैसे शानदार फायदे मिलेंगे, जिसमें ग्रेच्युइटी का लाभ भी शामिल है।
सरकार ने यह भी तय किया है कि न्यूनतम पेंशन 10,000 रुपये प्रतिमाह होगी। यानी अगर किसी की पेंशन की गणना इससे कम आती है, तो भी उसे कम से कम 10,000 रुपये जरूर मिलेंगे। NPS से तंग आ चुके कर्मचारियों के लिए UPS एक राहत की सांस जैसा है, जो स्थिरता का वादा करता है।
सेवा अवधि और VRS नियम: 20 साल में रिटायरमेंट, लेकिन फुल पेंशन के लिए 25 साल जरूरी
नई गाइडलाइंस के मुताबिक, कर्मचारी 20 साल की सेवा पूरी करने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले सकते हैं। लेकिन पूर्ण पेंशन का पूरा लाभ पाने के लिए कम से कम 25 साल की सेवा जरूरी होगी। इससे लंबे समय तक मेहनत करने वाले कर्मचारियों को मजबूत पेंशन सुविधा मिलेगी। VRS का यह विकल्प उन लोगों के लिए अच्छा है जो बीच में ही रुकना चाहें, लेकिन OPS जैसे फायदों के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। PSU कर्मचारियों को भी इन नियमों का पालन करना होगा, ताकि सब कुछ सुचारू चले।
PSU कर्मचारियों के लिए नए सख्त नियम: गलती पर पेंशन कटेगी
सरकार ने PSU कर्मचारियों के लिए भी कड़े नियम लागू किए हैं। अगर किसी कर्मचारी को गंभीर दुराचार के कारण नौकरी से निकाला जाता है, तो उसे पेंशन और रिटायरमेंट लाभ नहीं मिलेंगे। हालांकि, ऐसे मामलों में मंत्रालय स्तर पर समीक्षा की जा सकती है। यह कदम पारदर्शिता बढ़ाने के लिए है, ताकि सिस्टम में कोई गड़बड़ी न हो। UPS और NPS के बीच चॉइस करते वक्त PSU वालों को इन नियमों का ख्याल रखना चाहिए।
कर्मचारियों को क्या करना चाहिए? सितंबर तक फैसला लें
जो कर्मचारी NPS में हैं, उन्हें सितंबर 2025 तक UPS में स्विच करने का मौका मिलेगा। इस फैसले को अच्छे से सोच-समझकर लेना चाहिए, क्योंकि एक बार UPS चुनने के बाद वापस NPS में लौटना मुमकिन नहीं होगा। OPS के फायदों और 10,000 रुपये की गारंटीड पेंशन को देखते हुए, कई लोग UPS की तरफ झुक सकते हैं। सरकार की यह योजना कर्मचारियों की चिंताओं को दूर करने का प्रयास है, लेकिन जल्दबाजी न करें।