Uttarakhand Rain Alert : उत्तराखंड में लगातार बरसात से हाहाकार, देहरादून में कल स्कूलों की हुई छुट्टी

Uttarakhand Rain Alert : उत्तराखंड में मानसून की झमाझम बारिश ने हाहाकार मचा रखा है। लगातार हो रही बौछारों ने कई इलाकों में भारी तबाही मचाई है, लेकिन अभी भी बारिश से राहत के कोई आसार नहीं दिख रहे। मौसम विभाग ने 1 सितंबर को भी पूरे प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इस खतरे को देखते हुए कई जिलों में स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का ऐलान कर दिया गया है। आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला।

इन जिलों में स्कूल-आंगनबाड़ी रहेंगे बंद

मौसम के रौद्र रूप को देखते हुए उत्तराखंड के कई जिलों में 1 सितंबर, यानी सोमवार को सभी स्कूल (कक्षा 1 से 12वीं तक) और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने का फैसला लिया गया है। इन जिलों में चंपावत, नैनीताल, चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, टिहरी, अल्मोड़ा, देहरादून और उधम सिंह नगर शामिल हैं। प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया है, ताकि भारी बारिश के बीच कोई जोखिम न हो।

रेड और ऑरेंज अलर्ट का क्या है मतलब?

मौसम विभाग के मुताबिक, 1 सितंबर को उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश हो सकती है, लेकिन देहरादून, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार में हालात ज्यादा गंभीर हो सकते हैं। इन जिलों में कुछ जगहों पर अत्यंत भारी बारिश की आशंका है, तो कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही तेज गर्जना और आकाशीय बिजली चमकने का भी खतरा है। इसीलिए इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। बाकी जिलों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है।

बारिश से भूस्खलन और जलभराव का खतरा

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि लगातार बारिश के कारण भूस्खलन, सड़कों का बंद होना, जलभराव और नदियों-नालों में उफान की स्थिति बन सकती है। बीते दिनों की बारिश ने पहले ही कई ग्रामीण इलाकों में सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। नदियां और नाले उफान पर हैं, जिससे कई जगहों पर आवागमन ठप है। प्रशासन सड़कों को खोलने की कोशिश में जुटा है, लेकिन बारिश की वजह से काम में रुकावट आ रही है।

लोगों से सावधानी बरतने की अपील

प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। खासकर पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें। भारी बारिश के बीच पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है, जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है और स्थिति पर नजर रखे हुए है। बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल-कॉलेज बंद करने का फैसला लिया गया है, ताकि किसी तरह का जोखिम न उठाना पड़े।

उत्तराखंड में बारिश का यह दौर कब तक चलेगा, यह कहना मुश्किल है, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के बाद हर कोई सतर्क है। अगर आप उत्तराखंड में हैं, तो घर में रहें, सुरक्षित रहें और मौसम की ताजा जानकारी के लिए स्थानीय प्रशासन के संपर्क में रहें।

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