Dehradun Crime : 50 लाख की मर्सिडीज़ लेकर भागे चोर, पुलिस ने जंगल से बरामद की कार
Dehradun Crime : देहरादून की डालनवाला पुलिस ने एक बार फिर अपनी तेजी और मुस्तैदी का परिचय देते हुए महज 12 घंटे के अंदर मर्सिडीज कार चोरी की सनसनीखेज घटना का खुलासा कर दिया। इस मामले में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है और उनके कब्जे से चोरी की गई मर्सिडीज कार भी बरामद कर ली गई है। यह घटना नेमि रोड के पास एक घर में हुई, जहां चोरों ने गार्ड की लापरवाही का फायदा उठाकर कार की चाबी चुराई और गाड़ी लेकर फरार हो गए।
चोरी की वारदात का खुलासा
11 सितंबर 2025 को सुबह-सुबह मानव जोहर, जो नेमि रोड के पास कारमन स्कूल के नजदीक रहते हैं, ने डालनवाला कोतवाली में शिकायत दर्ज की। उन्होंने बताया कि उनकी मर्सिडीज कार (नंबर DL 7C S 2101) को अज्ञात चोरों ने उनके घर के बाहर से चुरा लिया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत मुकदमा नंबर 126/25, धारा 303 (2) BNS के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून के निर्देश पर डालनवाला कोतवाली में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने घटनास्थल और आसपास के रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज और मैनुअल पुलिसिंग के जरिए पुलिस ने चोरों तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की। आखिरकार, लाडपुर के जंगलों से दो अभियुक्तों को चोरी की मर्सिडीज कार के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
चोरों ने उगला सच
पूछताछ में अभियुक्तों ने चौंकाने वाला खुलासा किया। दोनों ने बताया कि वे नशे के आदी हैं और नशे की लत पूरी करने के लिए उन्होंने इस चोरी को अंजाम दिया। रात के समय नेमि रोड पर एक मकान में चोरी की नीयत से घुसे। वहां गार्ड सो रहा था और उसकी लापरवाही का फायदा उठाते हुए चोरों ने गार्ड के पास रखी मर्सिडीज की चाबी चुरा ली। इसके बाद उन्होंने कार को चुराकर जनपद से बाहर ले जाकर बेचने की योजना बनाई थी। पुलिस से बचने के लिए उन्होंने गाड़ी की नंबर प्लेट को अखबार से ढक दिया था।
गिरफ्तार चोरों की जानकारी
पुलिस ने जिन दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया, उनकी पहचान मोनू (25 वर्ष, पुत्र बलवीर प्रसाद) और अमन (25 वर्ष, पुत्र आनंद) के रूप में हुई। दोनों कैनाल रोड, राजपुर थाना क्षेत्र के निवासी हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी की गई मर्सिडीज कार (कीमत 50 लाख रुपये) बरामद कर ली है।
पुलिस टीम की मेहनत
इस ऑपरेशन में डालनवाला कोतवाली की टीम ने अहम भूमिका निभाई। इस टीम में उप-निरीक्षक सतवीर भंडारी (चौकी प्रभारी आराघर), कांस्टेबल विजय और कांस्टेबल आदित्य राठी शामिल थे। उनकी त्वरित कार्रवाई और सूझबूझ ने इस मामले को जल्दी सुलझाने में मदद की।