Dehradun : पंकज मेसोंन की पहल से जगमगाया पलटन बाज़ार, काफी समय से खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट्स हुई दुरुस्त

Dehradun : देहरादून का पलटन बाजार हमेशा से शहर का दिल रहा है। यहां की चहल-पहल, सस्ते कपड़ों और स्ट्रीट फूड की दुकानों की वजह से रोज हजारों लोग आते हैं। लेकिन पिछले कुछ महीनों से एक समस्या ने सबको परेशान कर रखा था – स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाई गईं स्ट्रीट लाइट्स खराब पड़ी थीं।

रात होते ही बाजार अंधेरे में डूब जाता, जिससे चोरियां बढ़ गई थीं। स्थानीय व्यापारी और रात में पहरा देने वाले चौकीदार दूर से दुकानों पर नजर रख पाने में असमर्थ थे। ऐसी स्थिति में दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज मेसोंन ने हाथ बढ़ाया।

कुछ दिन पहले उन्होंने स्मार्ट सिटी के अधिकारी चमोला जी को फोन किया। बातचीत में उन्होंने साफ बताया कि पलटन बाजार, धामावाला और दर्शनीगेट के रोड साइड पर लगीं कई स्ट्रीट लाइट्स काम नहीं कर रही हैं। व्यापारियों की बार-बार शिकायतें आ रही हैं, और रात के अंधेरे से सुरक्षा का खतरा बढ़ गया है। चमोला जी ने तुरंत आश्वासन दिया कि दो दिनों के अंदर सब ठीक कर दिया जाएगा। यह सुनकर स्थानीय लोग थोड़े राहत महसूस करने लगे, लेकिन इंतजार की घड़ी लंबी लग रही थी।

आज, 14 सितंबर 2025 को रविवार का दिन होने के बावजूद, स्मार्ट सिटी की टीम ने काम शुरू कर दिया। सुबह से ही तकनीशियन बाजार में जुटे हुए हैं, और शाम तक सभी लाइट्स चालू हो जाने की उम्मीद है। यह खबर सुनकर पलटन बाजार के व्यापारी खुश हैं। एक दुकानदार ने बताया, “रात में अंधेरा होने से ग्राहक कम आते थे, और चोरी का डर हमेशा सताता रहता। अब तो सांस राहत की।” इसी तरह, चौकीदारों का भी कहना है कि अब वे बेहतर तरीके से निगरानी रख सकेंगे।

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का महत्वपूर्ण कदम

देहरादून स्मार्ट सिटी परियोजना 2017 से चल रही है, जिसका मकसद शहर को आधुनिक और सुरक्षित बनाना है। पलटन बाजार इसका एक प्रमुख हिस्सा है, जहां सौंदर्यीकरण के साथ-साथ बुनियादी सुविधाओं पर जोर दिया गया। लेकिन कभी-कभी छोटी-मोटी खराबियां भी बड़ी परेशानी पैदा कर देती हैं। इस मरम्मत से न सिर्फ सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि बाजार की चमक भी लौट आएगी। स्थानीय भाजपा जनप्रतिनिधियों ने भी इसमें सहयोग दिया, जिसके लिए उनका धन्यवाद हो रहा है।

पलटन बाजार का इतिहास भी कम रोचक नहीं। ब्रिटिश काल से चला आ रहा यह बाजार आज भी देहरादून की आन-बान-शान है। यहां घंटाघर से रेलवे स्टेशन तक फैला 1.5 किलोमीटर का इलाका खरीदारी का स्वर्ग है। लेकिन बिना रोशनी के यह सब अधूरा सा लगता था। अब, स्मार्ट सिटी की यह पहल निश्चित रूप से व्यापारियों और आने वाले पर्यटकों के लिए फायदेमंद साबित होगी। शहर के अन्य इलाकों में भी ऐसी शिकायतें आती रहती हैं, तो उम्मीद है कि ऐसी तत्परता कायम रहेगी।

कुल मिलाकर, यह घटना दिखाती है कि स्थानीय स्तर पर आवाज उठाने से बदलाव संभव है। देहरादून जैसे बढ़ते शहर में ऐसी छोटी लेकिन जरूरी कदम ही असली प्रगति लाते हैं। अगर आप भी पलटन बाजार घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो अब रात का समय भी सुरक्षित और मजेदार लगेगा।

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