Uttarakhand News : उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने की दिशा में देहरादून पुलिस ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। विकासनगर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दो नशा तस्करों को धर दबोचा, जिनके पास से 850 ग्राम अवैध चरस बरामद की गई। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग फ्री देवभूमि 2025” के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस लगातार नशे के कारोबारियों पर शिकंजा कस रही है, जिसके तहत यह ताजा कार्रवाई की गई।
दिनांक 9 मई 2025 को विकासनगर पुलिस को एक विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग अवैध चरस की तस्करी करने की फिराक में हैं। इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने पुल नंबर 01 के पास AK नर्सरी के आसपास सघन तलाशी अभियान चलाया।
इस दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों, राजेंद्र और अतर सिंह, को पकड़ा गया। दोनों हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रहने वाले हैं और इनके पास से भारी मात्रा में चरस बरामद हुई। पुलिस ने दोनों के खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 8/20 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
यह कार्रवाई न केवल नशा तस्करों के लिए एक कड़ा संदेश है, बल्कि समाज में नशे के बढ़ते खतरे के खिलाफ पुलिस की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। देहरादून पुलिस की इस मुस्तैदी से नशे के कारोबार में लिप्त लोगों में खौफ पैदा हो गया है। स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और कहा कि ऐसी कार्रवाइयों से युवाओं को नशे की लत से बचाने में मदद मिलेगी।
पुलिस टीम में उपनिरीक्षक संदीप कुमार, संदीप पंवार, कांस्टेबल पवन विष्ट, ऋतिक कंडारी, सौरभ कुमार और रजनीश शामिल थे। इनकी त्वरित और सटीक कार्रवाई ने इस ऑपरेशन को सफल बनाया। पुलिस का कहना है कि नशे के खिलाफ यह जंग आगे भी जारी रहेगी और हर उस शख्स को सजा दिलाई जाएगी जो इस गैरकानूनी धंधे में लिप्त है।
उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने के लिए सरकार और पुलिस के साथ-साथ समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है। यदि आप अपने आसपास किसी भी तरह की नशे से संबंधित गतिविधि देखते हैं, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। आइए, मिलकर देवभूमि को नशे के दानव से मुक्त करें और एक स्वस्थ, समृद्ध समाज की नींव रखें।