उत्तराखंड : सिरफिरे बड़े भाई ने कर डाली भाई की निर्मम हत्या, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान!


बेरीनाग: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले की सीमा पर बसे नाघर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। यहां दो सगे भाइयों के बीच छोटी सी बात पर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि बड़े भाई ने अपने ही छोटे भाई की जान ले ली। इस हत्याकांड के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया है और लोग सदमे में हैं। हत्या करने के बाद आरोपी भाई फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है।

यह दुखद घटना नाघर बटगेरी गांव में हुई, जहां बालम मेहता और नरेंद्र मेहता अपने घर के बाहर बैठे थे। दोनों के बीच किसी मामूली बात को लेकर कहासुनी शुरू हुई, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। गुस्से में आकर बालम मेहता घर के भीतर गया और किचन से चाकू लेकर बाहर आया।

उसने अपने छोटे भाई नरेंद्र के सीने में चाकू से जोरदार वार किया। चाकू लगते ही नरेंद्र खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़ा। परिवार वालों में चीख-पुकार मच गई। परिजनों ने तुरंत नरेंद्र को बचाने की कोशिश की और उसे जिला अस्पताल बागेश्वर ले जाया गया। आरोपी बालम भी उनके साथ अस्पताल गया, लेकिन रास्ते में ही नरेंद्र ने दम तोड़ दिया। यह घटना शनिवार को हुई, जिसने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया।

पुलिस को सूचना मिलते ही बेरीनाग थानाध्यक्ष महेश जोशी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। मृतक नरेंद्र के चचेरे ससुर नरेंद्र सिंह कपकोटी ने थाने में तहरीर दी, जिसमें उन्होंने बालम मेहता पर चाकू से हमला कर हत्या करने का आरोप लगाया। रविवार को जिला अस्पताल बागेश्वर में नरेंद्र का पोस्टमार्टम हुआ।

पुलिस ने तहरीर के आधार पर बीएनएस धारा 103 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपी की तलाश में टीम गठित कर दी है। थानाध्यक्ष महेश जोशी ने भरोसा जताया कि जल्द ही हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

नरेंद्र मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता था। दो साल पहले उसकी शादी हुई थी और उसका 8 महीने का एक बेटा भी है। दूसरी ओर, बालम हरियाणा में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है और होली के लिए एक हफ्ते पहले ही गांव आया था। दोनों भाई संयुक्त परिवार में रहते थे, लेकिन इस घटना ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। गांव वाले इस हत्याकांड से डरे हुए हैं और आपस में इसकी चर्चा कर रहे हैं।

हैरानी की बात यह है कि हत्या के बाद बालम ने इसे हादसा बताने की कोशिश की। उसने डॉक्टरों से कहा कि नरेंद्र छत से गिर गया था और उसके सीने में सरिया घुस गई थी। हालांकि, पुलिस और परिजनों की शिकायत ने उसकी बात को झूठा साबित कर दिया। अब वह पुलिस की पकड़ से बाहर है, लेकिन जांच तेजी से चल रही है। इस घटना ने न केवल एक परिवार को तोड़ा, बल्कि पूरे इलाके में डर और दुख का माहौल बना दिया है।

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