Uttarakhand News : उत्तराखंड में एक बार फिर पंचायत चुनाव चर्चा का केंद्र बन गए हैं। 2025 में होने वाले ये चुनाव न केवल स्थानीय शासन की दिशा तय करेंगे, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए भी एक सेमीफाइनल की तरह देखे जा रहे हैं। इस बार माहौल कुछ अलग है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के प्रति जनता में गहरा असंतोष और जनाक्रोश साफ दिखाई दे रहा है। लोग अब इन दोनों पार्टियों से त्रस्त हैं और एक नए विकल्प की तलाश में हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश अध्यक्ष (युवा मोर्चा) ने हाल ही में एक प्रेस रिलीज जारी कर दावा किया कि उत्तराखंड की जनता अब बदलाव के लिए तैयार है और आप इस बदलाव का नया चेहरा बन सकती है।
पहाड़ों से पलायन और टूटते वादे
उत्तराखंड की पहाड़ी जनता लंबे समय से उपेक्षा का शिकार रही है। आजादी के 78 साल बाद भी मूलनिवासियों के हितों को नजरअंदाज किया जा रहा है। रोजगार की कमी के चलते युवा अपने गांव-घर छोड़कर अन्य राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं। जल, जंगल और जमीन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई ठोस नीति नहीं बन पाई है।
स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं आज भी पहाड़ी क्षेत्रों में अभावग्रस्त हैं। जनता ने पहले कांग्रेस को चुना, लेकिन भ्रष्टाचार और कुशासन ने उन्हें निराश किया। फिर बीजेपी को मौका दिया गया, मगर बार-बार मुख्यमंत्री बदलने की अस्थिरता ने लोगों को भ्रम में डाल दिया। साल 2021 में तो चार महीनों में तीन मुख्यमंत्री बदले गए, जिससे जनता का भरोसा और टूटा।
आम आदमी पार्टी: नया विकल्प या नई उम्मीद?
अब जनता की नजर एक तीसरे विकल्प पर टिकी है। आम आदमी पार्टी इस मौके को भुनाने की पूरी कोशिश में है। आप का दावा है कि वह उत्तराखंड में बेहतर शासन, रोजगार के अवसर, और रिवर्स पलायन जैसे मुद्दों पर काम करेगी। पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने का वादा भी पार्टी ने किया है।
जनता, खासकर युवा, अब आप के ‘झाड़ू’ बटन को दबाने के लिए तैयार दिख रही है। लोगों का मानना है कि बीजेपी और कांग्रेस की गिद्ध नजर से अपने बच्चों के भविष्य को बचाने के लिए अब एक नई शुरुआत जरूरी है।
2027 का सेमीफाइनल और जनता का संकल्प
2025 के पंचायत चुनाव को आप ने 2027 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल करार दिया है। यह चुनाव न केवल स्थानीय मुद्दों को हल करने का मौका है, बल्कि यह भी तय करेगा कि उत्तराखंड की जनता किस दिशा में जाना चाहती है। आप का कहना है कि लाखों लोग अब उनके साथ जुड़ रहे हैं ताकि माफिया राज और जंगलराज को खत्म किया जा सके। उत्तराखंड की जनता अब एक नई सुबह और बेहतर भविष्य की उम्मीद में संकल्पबद्ध है।